भोपाल। जमीयत उलेमा के प्रदेश अध्यक्ष हाजी हारुन ने संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के गरबे में एंट्री वाले बयान को लेकर कहा कि इस देश में हर धर्म के व्यक्ति को आज़ादी है कि जिसकी जहां मर्जी है वो वहां जाए. उन्होंने कहा कि सरकार तो सबकी होती है. उसे केवल किसी एक धर्म की पैरवी नहीं करनी चाहिए. हारून ने सवाल किया कि क्या मस्जिद देखने वाले किसी गैर मुस्लिम से नमाज़ पढ़वाई जाती है. फिर गरबे में जाने वाले किसी व्यक्ति के लिए दायरे क्यों खींचे जा रहे हैं.
तो फिर आजादी का क्या मतलब : उन्होंने कहा कि हिदू धर्म बदले तो लव जेहाद, मुस्लिम का बदले तो घर वापसी. हाजी हारून ने कहा कि एक खास चश्मे से देखा जा रहा है और उसी हिसाब से सब तय किया जा रहा है. एक तरफ कहा जाता है कि धर्मान्तरण पर रोक लगाई जाएगी. लेकिन वन वे ट्रैफिक करना चाहते हैं. अब ये तो मुल्क में हर व्यक्ति को मिली आजादी है कि वो जो मर्जी करना चाहे. लेकिन आलम ये है कि अगर मुस्लिम का मजहब बदला है तो वो घर वापसी है. हिंदू का बदला है तो लव जेहाद है.
![Advice to Minister Usha Thakur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bpl-jamiyat-ulema_13092022161925_1309f_1663066165_278.jpeg)
हम तो हिंदू त्यौहार के लिए चंदा देते हैं : हारून कहते हैं कि हम तो गणेश पर्व व दुर्गा उत्सव में चंदा देते हैं. और हिंदू भाई भी हमारे यहां ईद के मौके पर आते हैं तो क्या दोनों के लिए अब बंदिशें लगा दी जाएंगी. बता दें कि मंत्री उषा ठाकुर ने पहले गरबे में एंट्री को लेकर आईकार्ड देखने का प्रावधान का बयान दिया. फिर कहा कि एमपी में होने वाले गरबे में अपने धर्म को लेकर ऊब गए अल्पसंख्यक आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिस मुस्लिम की मूर्ति पूजा में आस्था है वो परिवार केसाथ गरबा पंडाल में आ सकते हैं. अल्पसंख्यको को गरबे में आमंत्रित करते हुए उषा ठाकुर ने कहा कि गरबे में एंट्री के लिए पास जरूरी होगा. Advice to Minister Usha Thakur, Jamiat Ulema said, Oppose Usha Thakur statement, Government not of any one religion