भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लंपी नामक वायरस के प्रसार से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य राज्यों से प्रदेश में लाए जाने वाले मवेशियों पर प्रतिबंध लगाया जाए और राज्य में अतिरिक्त सावधानी बरती जाए. इसके साथ ही रोग प्रभावित जिलों के आसपास के क्षेत्रों में निगरानी की जाए. अधिकारियों ने बताया कि पहले ही प्रभावित क्षेत्रों और जिलों में मवेशियों के परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
ये हैं लक्षण : अधिकारियों ने कहा कि मवेशियों को प्रभावित करने वाले इस संक्रामक वायरल रोग के प्रमुख लक्षण बुखार, नाक और लैक्रिमल डिस्चार्ज, आंखों में अल्सर, सूजन लिम्फ नोड्स और दूध उत्पादन में गिरावट हैं. उन्होंने बताया कि रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, बैतूल, इंदौर और खंडवा जिलों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है. धार, बुरहानपुर, झाबुआ में पशुओं में भी इस बीमारी के लक्षण सामने आए हैं. राज्य के 10 जिलों में इस बीमारी से अब तक 2,171 मवेशी प्रभावित हुए हैं। इनमें से 1,717 पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है. अब तक 77,534 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है.
पशु चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर : अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली में इस बीमारी के फैलने की सूचना है. विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि यह बीमारी संक्रामक है, इसलिए गौशालाओं की उचित सफाई और स्वस्थ पशुओं को संक्रमित लोगों से अलग करने जैसे निवारक उपाय करना महत्वपूर्ण हैं. वहीं इस सभी जिलों के पशु चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर हैं. Lumpy Virus MP, 2 thousand cattle infected, Prohibition transport cattle, Veterinary department alert