भोपाल। सतपुड़ा भवन के अग्निकांड और आदिवासी अत्याचार के विरोध की आग सत्ता पक्ष को विधानसभा के आखिरी सत्र में झेलनी पड़ेगी. इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस शिवराज सरकार को कल यानि मंगलवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा के सत्र में भी घेरेगी, कांग्रेस ने इसको लेकर खासी तैयारी की है. आदिवासियों को लेकर हो रहे अपराध, प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दाें को लेकर कांग्रेस के एक दर्जन विधायकों ने सवाल लगाए हैं, 5 दिन के सत्र में सत्ता पक्ष को घेरने कांग्रेस ने रणनीति बनाने में जुटी है.
कमलनाथ के निवास पर बुलाई बैठक: मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का अंतिम सत्र मंगलवार से शुरू होने वाला है. इस सत्र में सरकार को घेरने के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने सोमवार की शाम विधायक दल की बैठक बुलाई है. इस बैठक के पहले विधायकों को बूथ मैनेजमेंट और चुनाव से जुड़े टिप्स दिए जाएंगे. विधायकों का यह ट्रेनिंग सेशन करीब एक घंटे तक चलेगा. इस दौरान तकनीकी टीम द्वारा बीएलए बूथ प्रबंधन और चुनाव से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां विधायकों को दी जाएगी. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सभी विधायकों को सूचना भेज दी है. इस ट्रेनिंग सेशन के बाद विधायक दल की बैठक होगी. इसमें 5 दिन चलने वाले विधानसभा में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी. विधानसभा में कांग्रेस हाल में सीधी में हुई आदिवासी युवक के साथ घटना के अलावा अन्य स्थानों पर हुई मारपीट के मामलों, सतपुड़ा अग्निकांड जैसे कई मामलों को लेकर रणनीति तैयार करेगी.
कांग्रेस ने सरकार को घेरने लगाए सवाल: सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने आदिवासियों के साथ होने वाली घटनाओं, बिगड़ती कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों को लेकर सवाल लगाए हैं. विधानसभा में पक्ष और विपक्ष की तरफ से करीब साढ़े तीन हजार सवाल पहुंचे हैं. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी के मुताबिक सरकार को हर उस मुद्दे का जवाब सदन में देना होगा, जिससे सरकार बाहर बचती आई है. कांग्रेस ने सरकार को घेरने और बीजेपी सरकार को बेनकाब करने के लिए पूरी तैयारियां की हैं. उधर सरकार के मंत्री विश्वास सारंग के मुताबिक सरकार ने पहले सवालों से भागी है और न आगामी सत्र में पीछे हटेगी. कांग्रेस हर सत्र में सवाल पूछकर भागती है. सरकार हर सवाल का सदन में जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.