भोपाल। 10 दिसंबर को ओबीसी महासभा समेत तमाम छोटे सामाजिक संगठन का युवा नेतृत्व जयस के बुलावे पर भोपाल में जुटेगा. 2023 में युवा ब्रिगेड के साथ विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने की तैयारी है जयस की. जयस अब नए रंग तेवर कलेवर में सामने आ रहा है. 20 अक्टूबर से जयस ने एक कैम्पेन चलाया था. युवाओं की राजनीति में भागीदारी बढ़ाने को लेकर ये अभियान था. साथ में जयस ने समाज जोड़ो अभियान की शुरुआत भी की.
एआईएमआईएम को जोड़ने की तैयारी : बंजारा, धनगर समेत अनूसूचित जाति, जनजाति के अलग-अलग समाज ओबीसी महासभा के साथ एमपी में अपने पैर जमा रहे एआईएमआईएम जैसे नए दलों को भी एक मंच पर लाने की तैयारी है. एजेंडा एक है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समाज और सियासत के हर हिस्से से नौजवानों को चुनावी मैदान में उतरा जाए. 10 दिसंबर को ये तमाम सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल जयस के बैनर तले 2023 की चुनावी तैयारियों के मद्देनजर जुटेंगे.
जयस का लक्ष्य हर वर्ग तक बने पहुंच : जयस ने अपना मैदान, सर्व समाज जोड़ो अभियान के तहत आदिवासी क्षेत्र के अलावा मालवा, महाकौशल, निमाड़ के साथ अब हर हिस्से और हर वर्ग तक अपनी पहुंच बनाने ये नई शुरुआत की है. आदिवासियों के साथ ही संगठन ने हर वर्ग व हर दल की आवाज बनने की तैयारी की है. एक लाइन का एजेंडा ये कि युवा को दिया जाए चुनाव मे मौका. जयस के राष्ट्रीय संरक्षक हीरालाल अलावा कहते हैं कि हमारा तो हर छोटे दल को न्यौता है. जो अकेले चुनाव लड़ते हैं कि वो सब एकजुट होकर साथ आएं. इसी तरह हम लगातार सामाजिक संगठनों को भी जोड़ने अभियान चला रहे हैं.