भोपाल। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का फोकस (MP Mission 2023 saal chunavi hai) ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र की महिला वोटर्स पर है. बीजेपी ने स्व सहायता समूहों के जरिए इन वोटर्स पर अपनी पकड़ मजबूत की है. प्रदेश में अभी करीबन 3 लाख से ज्यादा स्वसहायता समूह हैं, जिनसे प्रदेश की 45 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं. इन समूहों द्वारा राज्य सरकार द्वारा यूनिफार्म सिलाई से लेकर राशन दुकान के संचालन तक के काम सौंपे जा रहे हैं. इन समूहों में ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र की महिलाएं ही जुडी हैं. जाहिर तौर से इसके जरिए बीजेपी ने ग्रामीण महिलाओ का एक बड़ा वोट बैंक तैयार करने की कोशिश की है.
प्रियंका गांधी के जरिए कांग्रस की योजना : पिछले दिनों समूह से जुड़ी प्रदेश भर की महिलाओं को पीएम मोदी ने श्योपुर से संबोधित किया था. हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी समूह की महिलाओं को संबोधित कर चुकी हैं. उधर, अब कांग्रेस भी महिला वोटर्स तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है. भारत जोड़ो यात्रा से प्रियंका गांधी जुड़ी हैं. 4 दिन की यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी अलग-अलग स्थानों पर महिलाओं से रूबरू होंगी. कांग्रेस ने महिला मंडलियां गठित की हैं, जो महिलाओं के बीच पहुंच रही हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी के जरिए पार्टी महिला वर्ग को लुभाने में कामयाब होगी.
इन विधासनभा सीटों पर असर : भारत जोड़ो यात्रा मालवा-निमाड़ के छह जिलों से गुजर रही है, जिससे इन जिलों की 26 विधानसभा सीटों सहित मालवा-निमाड़ की 66 विधानसभा सीटों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों के हिसाब से देखा जाए तो इस क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति मजबूत हुई है. पिछले चुनाव में कांग्रेस के खाते में 35 सीटें आई थीं, जबकि बीजेपी को 28 सीटों पर नुकसान झेलना पड़ा था. कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव के मुताबिक सरकार की नीतियों से महिला सहित सभी वर्ग परेशान है. प्रदेश का हर वर्ग बदलाव चाहता है. जहां तक प्रियंका गांधी के यात्रा में शामिल होने का सवाल है, उनके आने से कांग्रेस को और फायदा होगा.
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यह है सीटों का गणित : जिन छह जिलों से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा निकल रही है, उनमें 25 विधानसभा सीटें सीधे तौर पर प्रभावित होंगी. वैसे जिलावार देखा जाए तो इंदौर जिले में 9 विधानसभा सीटें हैं - इंदौर 1, इंदौर 2, इंदौर 3, इंदौर 4, इंदौर 5, देपालपुर, महू, राऊ और सांवेर. उज्जैन जिले में 7 विस सीटें हैं. इनमें नागदा -खाचरौद, महिदपुर, तराना, घटिया, उज्जैन नार्थ, उज्जैन साउथ और बड़नगर. बडवानी जिले में 4 सीटे हैं. सेंधवा, राजपुर, पानसेमल, बडवानी. खरगौन जिले में 6 सीटें हैं. इनमें भीकनगांव, बडवाह, महेश्वर, कसरावद, खरगोन, भगवानपुरा.बुरहानपुर जिले में 2 विधानसभा सीटें हैं. ये हैं नेपानगर, बुरहानपुर. खंडवा विधानसभा में चार विधानसभा सीटें मंधाता, हरसूद, खंडवा और पंधाना आती हैं. इसी तरह आगर मालवा से होते हुए यात्रा राजस्थान में दाखिल होगी. आगर मालवा में सुसनेर और आगर विधानसभा सीट आती है.