भोपाल। पीएम मोदी को मध्यप्रदेश खूब भाता है. यदि उनके कार्यक्रमों और दौरों को देखे तो जब से वे पीएम बने हैं उनका मध्यप्रदेश की धरती पर ये 24 वां दौरा होगा. अभी 1 अप्रैल को पीएम मोदी आएंगे इसके बाद 24 अप्रैल को मोदी फिर एमपी में हुंकार भरेंगे. 24 अप्रैल को रीवा में पंचायत राज दिवस पर शामिल होंगे. एमपी में बीजेपी की सरकार 2018 के चुनाव हार गई थी. लेकिन 15 महीने की कमलनाथ सरकार को गिराकर बीजेपी फिर सत्ता में काबिज हो गई.
24 अप्रैल को रीवा में रहेंगे पीएम मोदी: 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर मध्यप्रदेश की धरती पर मोदी फिर आ रहे हैं. PM मोदी इस बार रीवा में पंचायती राज दिवस पर लोगों को संबोधित करने वाले हैं. आपको बता दें कि पहले ये कार्यक्रम भोपाल में होने वाला था, लेकिन अब इस कार्यक्रम को विंध्य की धरती पर किया जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के जरिए देशभर के पंचायत प्रतिनिधियों से बात करेंगे. अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहीं देशभर से चुनी गईं पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा.
1 अप्रैल को दो कार्यक्रमों में शामिल होंगे पीएम मोदी: एक अप्रैल को पीएम मोदी भोपाल में सेना की कंबाइंड कमांडर कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे. कार्यक्रम के बाद वे कमलापति स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. पीएम मोदी भोपाल के कमलापति स्टेशन पर जनता को संबोधित करेंगे. इसके लिए मंच तैयार किया जा रहा है. पहले मोदी के कार्यक्रम में जनता को संबोधित करने का प्लान नहीं था. लेकिन अब ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के पहले मोदी मंच से जनता को संबोधित करेंगे.
रीवा में हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: 2018 में बीजेपी विंध्य की जनता ने BJP का काफी साथ दिया. विंध्य में बीजेपी को पिछले चुनावों के मुकाबले ज्यादा सीटें मिली थीं. इसी वजह से बीजेपी का फोकस फिर विंध्य पर है. विंध्य में आम आदमी पार्टी के बढ़ते दबदबे को देखते हुए बीजेपी इस क्षेत्र में पूरी ताकत झोंक रही है.
अभी अमित शाह का दौरा था और अब 24 अप्रैल को देश के पीएम नरेंद्र मोदी पंचायत सम्मेलन के जरिए विंध्य में हुंकार भरेंगे.
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2018 में बीजेपी को मिली थीं 31 में से 24 सीटें: हाल ही में सतना कोल जनजाति महाकुंभ में अमित शाह शामिल हुए थे. पिछले चुनावों में विंध्य में बीजेपी को भारी सीटों पर बहुमत मिला था. यहां की 31 सीटों में बीजेपी को 24 सीटें मिली थीं. वहीं कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटें ही मिली थी. विंध्य क्षेत्र के 7 जिलों में 31 विधानसभा सीटें हैं.
बीजेपी को सीटें जाने का डर: बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, विंध्य से जो रिपोर्ट मिल रही है उसके चलते बीजेपी को यहां पर डर सता रहा है. बीजेपी ने भांप लिया है कि यहां पर जनता का रुख कांग्रेस की तरफ जा सकता है. लिहाजा यहां पर आदिवासी वोट बैंक को साधने की पूरी कवायद में शिवराज सिंह जुट गए हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का कार्यक्रम शहडोल में कराया गया. इसके बाद अमित शाह को शबरी सम्मेलन में बुलाया गया. जो कि आदिवासी जाति कोल समाज का बड़ा कार्यक्रम था. वहीं अब पीएम मोदी को भी रीवा बुलाया जा रहा है.