भोपाल। बॉलीवुड के बाद अब साउथ फिल्म इंडस्ट्री भी मध्यप्रदेश का रुख कर सकती है. प्रदेश सरकार द्वारा फिल्म शूटिंग के लिए दी जा रही सुविधाएं और यहां मौजूद संसाधन दक्षिण भारत के निर्माता-निर्देशकों को लुभाने में कामयाब हो रहे हैं. इसका संकेत हाल ही में संपन्न दादासाहेब फाल्के अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान मिला, जब मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात में अधिकारियों ने सुपरहिट फिल्म कांतारा के निर्माता और कलाकार ऋषभ शेट्टी को मध्यप्रदेश में अपनी फिल्मों की शूटिंग करने का न्योता दिया. शेट्टी ने इस प्रस्ताव में दिलचस्पी दिखाई है.
पर्यटन विभाग ने दिया न्योता : दरअसल, दादा साहेब फाल्के अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2023 में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के उप संचालक युवराज पडोले ने प्रसिद्ध अभिनेता मनीष पॉल को फिल्म ‘जुग जुग जियो’ में सहायक भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार प्रदान किया. यहां उन्होंने मंच से फिल्म निर्माता-निर्देशकों को मध्यप्रदेश में शूटिंग के लिए आमंत्रित किया. इसके बाद उन्होंने ऋषभ शेट्टी से एकांत में चर्चा की. शेट्टी ने फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कांतारा-2 के बाद अगले प्रोजेक्ट के लिए मध्यप्रदेश में शूटिंग के लिए दिलचस्पी भी दिखाई.
फिल्म फ्रेंडली स्टेट है मध्यप्रदेश : पडोले ने अवॉर्ड समारोह में फिल्म निर्माता, निर्देशकों सहित अन्य हितधारकों को मध्यप्रदेश आकर फिल्म बनाने और अपने प्रोजेक्ट पूरा करने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'मध्यप्रदेश में शूटिंग लोकेशंस के लिए भरपूर प्राकृतिक सौंदर्य हैं. हम न केवल भारत के टाइगर एवं लेपर्ट स्टेट बल्कि अब भारत का चीता स्टेट भी हैं.'
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मध्यप्रदेश फिल्म नीति की मुख्य बातें :
- लोक सेवा गारंटी अधिनियम में शामिल अनुमति प्रक्रिया के तहत 15 कार्य दिवसों में फिल्म शूटिंग की अनुमति.
- फिल्मांकन अनुमतियों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सुविधा.
- स्थानीय कलाकारों के लिए अतिरिक्त वित्तीय अनुदान के साथ-साथ पर्यटन विभाग के होटल और रिसॉर्ट में रहने वाले फिल्म क्रू को आकर्षक छूट.
- फीचर फिल्म के साथ टीवी सीरियल/शो, वेब सीरीज/शो और डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग के लिए आकर्षक वित्तीय अनुदान/प्रोत्साहन.