भोपाल। मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी सरफराज के मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी कि एनआईए से मिले इनपुट के आधार पर इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कोई भी व्यक्ति संदिग्ध गतिविधियों को संचालित नहीं कर सकता. सरफराज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस इस पूरे मामले में सख्ती से जांच कर रही है. बता दें कि इसके पहले भी मध्यप्रदेश में संदिग्ध गतिविधियों के चलते पीएफआई और जेएमबी के संदिग्ध लोगों को प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया था. प्रदेश में प्रतिबंधित संगठन जेएमबी के सदस्यों के पकड़े जाने के बाद भोपाल में एनआईए का एक स्पेशल थाना खोला गया, जिसका कार्यक्षेत्र संपूर्ण मध्यप्रदेश में है.
आतंकी ट्रेनिंग लेने की बात सामने आई : बता दें कि एनआईए की गुप्त रिपोर्ट के आधार पर इंदौर के चंदन नगर क्षेत्र से सरफराज मेमन नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि सरफराज पाकिस्तान और चीन में आतंकी ट्रेनिंग लेकर भारत लौटा था. वह भारत में किसी बड़े मूवमेंट को अंजाम देने की साजिश रच रहा था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सरफराज मेमन से जुड़े तमाम पहलुओं पर जांच कर रही है. पुलिस ने सरफराज को किसी गुप्त जगह पर रखा है. आने वाले दिनों में मुंबई एटीएस भी सरफराज से पूछताछ करेगी. बता दें कि एनआई ने मुंबई एटीएस को गुप्त सूचनाएं दी थी. उनकी सूचना के आधार पर मुंबई एटीएस ने इंदौर पुलिस को जानकारी दी. जिसके बाद इंदौर पुलिस के इंटेलिजेंस एसपी रजत सकलेचा ने टीम के साथ इंदौर के चंदन नगर क्षेत्र स्थित ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहने वाले सरफराज के घर पर दबिश दी.
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माता-पिता को हिरासत में लिया तो पहुंच गया थाने : पुलिस की दबिश के दौरान सरफराज के माता-पिता घर पर मौजूद थे. पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें हिरासत में लिया. जब इस बात की जानकारी सरफराज को लगी तो वह थाने पर आया. जिसके बाद पुलिस ने सरफराज को गिरफ्तार किया. सरफराज के बारे में इंदौर पुलिस जांच करने में जुटी हुई है. प्रारंभिक तौर पर यह पता चला है कि 15 बार चीन और हांगकांग जाने की एंट्री उसके पासपोर्ट में हुई. बताया जा रहा है कि 2007 में वह खजराना क्षेत्र में रहने आया था. उसके बाद उसने वहां से मकान बेचकर ग्रीन पार्क कॉलोनी में एक अपार्टमेंट में फ्लैट खरीद लिया, लेकिन जिस अपार्टमेंट में पुलिस द्वारा दबिश दी गई, उसमें वह नहीं मिला था. इसके बाद पुलिस ने उसके माता-पिता को हिरासत में लिया. वह स्पेनिश, चीनी और इंग्लिश भाषा का जानकार है. पता चला है कि सरफराज 12 साल हांगकांग में रहा और कई बार चीन गया. हांगकांग में वह मोबाइल का काम करता था. टैक्स चोरी के धंधे से भी वह जुड़ा हुआ है.