भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार के हेलीकाॅप्टर को खरीदार का इंतजार है, लेकिन हालात यह हैं कि, इसे कबाड़ में भी खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं है. यह है बेल 430 हेलीकॉप्टर. इस हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए राज्य सरकार ने अब 8वीं बार टेंडर निकाला है. पिछली बार भोपाल की ही एक कंपनी ने इसे खरीदने के लिए कदम आगे बढ़ाए थे, लेकिन बाद में हेलीकॉप्टर की हालत देख उसने हेलीकॉप्टर खरीदने से इनकार कर दिया था. हांलाकि, राज्य सरकार ने उसकी ढाई लाख रुपए की धरोहर राशि भी जब्त कर ली है.
20 साल पुराना है यह हेलीकॉप्टर: राज्य सरकार जिस बेल 430 हेलीकॉप्टर को बेचने की कोशिश कर रही है, वह 20 साल पुराना है. इस हेलीकॉप्टर को 1998 में दिग्विजय सिंह के शासन काल के दौरान अमेरिकी कंपनी से 21 करोड़ रुपए में खरीदा गया था, लेकिन साल 2002 में इंदौर में सिंगर अनुराधा पौडवाल को एक कार्यक्रम में ले जाते समय यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें हेलीकॉप्टर को काफी नुकसान पहुंचा था. बाद में इसे सुधरवाया गया, लेकिन कुछ समय बाद यह फिर खराब हो गया. हेलीकॉप्टर को सुधरवाने में आने वाले भारी-भरकम खर्चे और कलपुर्जे न मिलने के चलते इसे ठीक कराने में रूचि नहीं दिखाई गई.
MP सरकार का 33 करोड़ का हेलीकाॅप्टर, अब कबाड़ में भी नहीं खरीद रहा कोई, 7 साल में निकाले 7 टेंडर
ढाई करोड़ में नहीं बिका हेलीकॉप्टर: बेल 430 हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए राज्य सरकार 7 बार टेंडर निकल चुकी है. आखिरी टेंडर में इसके बिकने की उम्मीद जागी थी. इसमें भोपाल की कंपनी एफए इंटर प्राइजेस और मुंबई की एयर चार्टर कंपनी ने रूचि दिखाई थी. बाद में दोनों ही कंपनियां ने इसे खरीदने से अपने हाथ पीछे खींच लिए थे. इस हेलीकॉप्टर और इसके स्पेयर पार्ट्स को बेचने के लिए राज्य सरकार ने एक बार फिर इसे बेचने के लिए टेंडर जारी किया है.
7 टेंडर में घटी कीमत: राज्य सरकार ने इस बार इस हेलीकॉप्टर और इसके स्पेयर पार्ट्स बेचने की कीमत 2 करोड़ 24 लाख रुपए रखी है. जबकि पहली बार इसे बेचने की कीमत 10 करोड़ रुपए तय की गई थी. इसके बाद हर टेंडर में इसकी कीमत घटती चली गई.