भोपाल। मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राजनीतिक दलों में असंतोष और नाराजगी को दबाना बड़ी चुनौती बना हुआ है. भाजपा सत्ता में है और वह अपने नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी देकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे रही है. राज्य शासन द्वारा लगातार विभिन्न बोर्ड और निगमों के पदाधिकारियों को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा रहा है. उसी क्रम में मध्य प्रदेश कुश कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह एवं मध्य प्रदेश तेल घानी बोर्ड के अध्यक्ष रविकरण साहू को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया है.
कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर असंतोष दूर करने की कवायद: इसी प्रकार एक अन्य आदेश में अध्यक्ष राज्य स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम समिति रामपाल सिंह को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. ज्ञात हो कि राज्य में लंबे अरसे से शिवराज मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा चल रही है. वर्तमान में चार मंत्रियों के पद रिक्त हैं और इसे भरने के भी प्रयास जारी हैं. संभावना जताई जा रही है कि मंत्रिमंडल का विस्तार आज यानी 25 अगस्त को होने जा रहा है. कई विधायक ऐसे हैं जो पूर्व मंत्री रह चुके हैं और उनकी दावेदारी भी बढ़ सकती है. लिहाजा इन दावेदारों को पहले ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा रहा है, ताकि अन्य को समायोजित करने में कोई दिक्कत न आए.
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शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्व मंत्री व विधायक राजेंद्र शुक्ला, पूर्व मंत्री व विधायक गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. दो मंत्रियों को कैबिनेट का दर्जा और एक को राज्य मंत्री बनाया जा सकता है. राहुल लोधी को उमा भारती के दबाव के चलते के शामिल किया जा सकता है. इस विस्तार के जरिए महाकौशल, विंध्य और बुंदेलखंड को साधने की कोशिश होगी.
(एजेंसी इनपुट)