भोपाल। एमपी की वो विधानसभा सीट जहां बीजेपी लाख कोशिशों के बाद अब तक कमल नहीं खिला पाई. बीजेपी की चुनिंदा मुश्किल विधानसभा सीटों में से एक उत्तर भोपाल की सीट की सियासी तासीर क्या इस बार बदल पाएगी. तीन दशक से कांग्रेस के खाते में जा रही इस सीट की तासीर बदलने बीजेपी ने इस बार इस सीट से भोपाल के पूर्व मेयर आलोक शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. आलोक शर्मा ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी एमपी की इस सीट को कांग्रेस ने मैजोरिटी माइनोरिटी का चुनाव बना रखा है. उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ये अकेली विधानसभा है, जहां से लोग पलायन को मजबूर हैं.
बीजेपी ने मुश्किल पिच पर आपको क्यों उतारा: बीजेपी उम्मीदवार आलोक शर्मा ये मंजूर करते हैं कि उन्हें पार्टी ने मुश्किल पिच पर उतारा है. कहते हैं मेरा पूरा जीवन ही संघर्षमय रहा. मुझे संघर्ष करने में मजा आता है. चुनौती हो तो उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए. चुनौती से घबराना नहीं है. इसलिए डट कर चुनाव मैदान में खड़ा हुआ हूं.
कांग्रेस ने बना दिया मैजोरिटी माइनोरिटी का चुनाव: उत्तर भोपाल की सियासत को लेकर आलोक शर्मा तंज कसते हैं. वे कहते हैं कि जब आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं. तब भी भोपाल का ये उत्तर विधानसभा का इलाका माइनोरिटी और मैजिरोटी के चुनाव में बदल दिया. उन्होंने कहा कि लेकिन 2023 का विधानसभा चुनाव विकास के आधार पर हो. हम उत्तर भोपाल की तस्वीर बदल देंगे.
ये अकेली विधानसभा जहां लोग पलायन को मजबूर: आलोक शर्मा ने कहा कि उत्तर भोपाल की बदहाली की ये स्थिति है कि पुराने भोपाल के किसी भी वार्ड में चले जाइए लोग यहां पलायन को मजबूर हैं. मेरा एक ही लक्ष्य है कि पुराने भोपाल के पलायन को रोक सकूं, यहां विकास ला सकूं और बाहर के लोग यहां आकर रुक सकें. पुराना शहर किसी भी शहर का आईना होता है, दर्पण होता है. लेकिन कांग्रेस के विधायक ने इसे साम्पदाय के चुनाव में तब्दील कर दिया. इस बार इस पर विचार करना पड़ेगा. आखिर कब तक लड़ाती रहेगी कांग्रेस.
जब विधायक ने जनता से ली रायशुमारी: कांग्रेस के विधायक ने इतने सालों क्या किया. ये सवाल भी आलोक शर्मा ही करते हैं और फिर जनता के बीच रायशुमारी करते हुए कहते हैं, मैं जनता के बीच में जनता की अदालत में खड़ा हूं. ग्रीन पार्क की कॉलोनी में कांग्रेस का विधायक कभी आया क्या. क्या आपके सुख दुख में आपने विधायक को देखा. जनता जिसमें बड़ी तादात कार्यकर्ताओं की भी थी, उनके ना कहते ही आलोक शर्मा बोले ये देखिए दूध का दूध पानी का पानी.
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मैं काम गिनाऊंगा तो रात हो जाएगी: आलोक शर्मा से हमारा सवाल था, आपको क्यों वोट दें? उत्तर भोपाल का वोटर. इस सवाल पर उन्होंने मेयर रहते भोपाल में किए गए कामों की पूरी फेहरिस्त गिना दी. भोपाल के कमलापति आर्च ब्रिज से लेकर स्वच्छता में भोपाल के नंबर दो पर आने और मेट्रो सिटी के साथ स्मार्ट रोड बन जाने तक का क्रेडिट लेते हुए आलोक शर्मा ने कहा कि मैं गिनाना शुरु करूं तो सुबह आठ के साथ शाम के आठ बज जाएंगे. आलोक शर्मा ने कहा कि जब 25 साल में दुबई सिंगापुर बन गए, तो उत्तर भोपाल क्यों नहीं बन पाया.