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MP Drought Alert: एमपी में कम बारिश से सरकार चिंतित! सीएम कल बाबा महाकाल मंदिर पहुंचकर करेंगे मौसम खुशहालि की प्रार्थना, बुलाई आपात बैठक - सीएम कल बाबा महाकाल मंदिर

MP Weather News: एमपी में हुई कम बारिश ने अब सरकार को चिंतित कर दिया है. फिलहाल सीएम शिवराज मौसम की खुशहालि के लिए सोमवार को बाबा महाकाल मंदिर में पूजा कर बारिश के लिए प्रार्थना करेंगे, इसके अलावा सीएम ने मौसम के मद्देनजर बुलाई आपात बैठक भी बुलाई है.

MP Drought Alert
एमपी में कम बारिश से सरकार चिंतित
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 7:41 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में अल्प बारिश से पैदा हुई संकट की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है, मुख्यमंत्री चित्रकूट में आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा के कार्यक्रम से लौटकर अधिकारियों की बैठक लेंगे. बैठक में सभी विभागों के प्रमुख सचिव के अलावा एक्स और मुख्य सचिव शामिल होंगे, बैठक में प्रदेश के जिलों में वर्षा की स्थिति, प्रदेश के बांधो में जल की स्थिति, बिजली आपूर्ति, पेयजल की व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी. साथ ही प्रदेश में अल्प बारिश से पैदा होने वाली परिस्थितियों से निपटने की संबंध में निर्णय लिए जा सकते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले ही कम बारिश को लेकर चिंता जताते हुए कहा था कि "एक प्रार्थना सब करना भगवान बारिश कर दें. मैं रात भर परेशान रहा क्योंकि पूरा अगस्त का महीना सूखा गया और सूखा जाने के कारण बांध भी नहीं भरे. बिजली की डिमांड भी एकदम बढ़ गई है." फिलहाल अब शिवराज प्रदेश में बारिश के लिए सोमवार को उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे.

गांवों में शुरू हुई 3 घंटे की बिजली कटौती: प्रदेश में अच्छी बारिश न होने की वजह से प्रदेश के अधिकांश डैम पूरे नहीं भर पाए, इसकी वजह से प्रदेश में बिजली संकट की स्थिति पैदा हो गई है. इसको देखते हुए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 3 घंटे बिजली कटौती करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं, गांव में अब सिर्फ 10 घंटे के स्थान पर 7 घंटे बिजली ही मिल सकेगी. ऊर्जा विभाग ने बिजली कटौती का शेड्यूल जारी कर दिया है. बारिश की मौसम में कम बारिश होने की वजह से किसान अब फैसले बचाने मोटर चला कर फसलों की सिंचाई कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में बिजली की डिमांड बढ़ गई है. इसी तरह तापमान समाज से 5 डिग्री तक अधिक पहुंच गया है, ये इस वजह से बिजली की डिमांड 14000 मेगावाट तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल सितंबर माह में बिजली की डिमांड सिर्फ 10000 मेगावाट तक ही थी. ऊर्जा विभाग की प्रमुख सचिव संजय दुबे के मुताबिक सरदार सरोवर, इंदिरा सागर के बिजली संयंत्र से 800 मेगावाट बिजली बन रही है जो इसकी फुल कैपेसिटी है.

mp weather news
एमपी के मौसम के हाल

मध्य प्रदेश में 17 फीसदी कम बारिश हुई रिकॉर्ड: मध्य प्रदेश में अभी तक 799. 9 मिली मीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन प्रदेश में अभी तक 662.01 मिली मीटर बारिश ही हुई है. प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की स्थिति काफी खराब है, खास तौर से मध्य प्रदेश के विन्ध्य, बुंदेलखंड और मालवा के कुछ इलाकों में बारिश का आधा कोटा भी पूरा नहीं हो सका. कम बारिश होने की वजह से मध्य प्रदेश के अधिकांश बांध पूरे नहीं भर सके हैं.

Must Read:

बारिश की वजह तीखी गर्मी: सितंबर माह शुरू हो गया है, लेकिन बारिश के स्थान पर तीखी धूप के ही लोगों को दर्शन हो रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल अभी बहुत बेहतर बारिश के आसार नहीं है. मौसम केंद्र की फोरकास्ट इंचार्ज वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक "बारिश करने के लिए फिलहाल कोई सिस्टम सकरी रही है, बंगाल की खाड़ी के ऊपर ईस्टरली जेट कमजोर है. आमतौर पर अगस्त माह के बाद बहुत अच्छी बारिश की संभावनाएं लगातार कम होती जाती है. सितंबर माह में भारी बारिश की स्थिति तब पैदा होती है, जब बंगाल की खाड़ी में निर्मित निम्न दावों का क्षेत्र उड़ीसा तट को पार करते हुए पश्चिमी तथा उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ता हुआ. देश के मध्य भाग की ओर बढ़ता है, तब भोपाल और उसके आसपास भारी बारिश होती है."

भोपाल। मध्य प्रदेश में अल्प बारिश से पैदा हुई संकट की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है, मुख्यमंत्री चित्रकूट में आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा के कार्यक्रम से लौटकर अधिकारियों की बैठक लेंगे. बैठक में सभी विभागों के प्रमुख सचिव के अलावा एक्स और मुख्य सचिव शामिल होंगे, बैठक में प्रदेश के जिलों में वर्षा की स्थिति, प्रदेश के बांधो में जल की स्थिति, बिजली आपूर्ति, पेयजल की व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी. साथ ही प्रदेश में अल्प बारिश से पैदा होने वाली परिस्थितियों से निपटने की संबंध में निर्णय लिए जा सकते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले ही कम बारिश को लेकर चिंता जताते हुए कहा था कि "एक प्रार्थना सब करना भगवान बारिश कर दें. मैं रात भर परेशान रहा क्योंकि पूरा अगस्त का महीना सूखा गया और सूखा जाने के कारण बांध भी नहीं भरे. बिजली की डिमांड भी एकदम बढ़ गई है." फिलहाल अब शिवराज प्रदेश में बारिश के लिए सोमवार को उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे.

गांवों में शुरू हुई 3 घंटे की बिजली कटौती: प्रदेश में अच्छी बारिश न होने की वजह से प्रदेश के अधिकांश डैम पूरे नहीं भर पाए, इसकी वजह से प्रदेश में बिजली संकट की स्थिति पैदा हो गई है. इसको देखते हुए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 3 घंटे बिजली कटौती करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं, गांव में अब सिर्फ 10 घंटे के स्थान पर 7 घंटे बिजली ही मिल सकेगी. ऊर्जा विभाग ने बिजली कटौती का शेड्यूल जारी कर दिया है. बारिश की मौसम में कम बारिश होने की वजह से किसान अब फैसले बचाने मोटर चला कर फसलों की सिंचाई कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में बिजली की डिमांड बढ़ गई है. इसी तरह तापमान समाज से 5 डिग्री तक अधिक पहुंच गया है, ये इस वजह से बिजली की डिमांड 14000 मेगावाट तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल सितंबर माह में बिजली की डिमांड सिर्फ 10000 मेगावाट तक ही थी. ऊर्जा विभाग की प्रमुख सचिव संजय दुबे के मुताबिक सरदार सरोवर, इंदिरा सागर के बिजली संयंत्र से 800 मेगावाट बिजली बन रही है जो इसकी फुल कैपेसिटी है.

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एमपी के मौसम के हाल

मध्य प्रदेश में 17 फीसदी कम बारिश हुई रिकॉर्ड: मध्य प्रदेश में अभी तक 799. 9 मिली मीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन प्रदेश में अभी तक 662.01 मिली मीटर बारिश ही हुई है. प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की स्थिति काफी खराब है, खास तौर से मध्य प्रदेश के विन्ध्य, बुंदेलखंड और मालवा के कुछ इलाकों में बारिश का आधा कोटा भी पूरा नहीं हो सका. कम बारिश होने की वजह से मध्य प्रदेश के अधिकांश बांध पूरे नहीं भर सके हैं.

Must Read:

बारिश की वजह तीखी गर्मी: सितंबर माह शुरू हो गया है, लेकिन बारिश के स्थान पर तीखी धूप के ही लोगों को दर्शन हो रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल अभी बहुत बेहतर बारिश के आसार नहीं है. मौसम केंद्र की फोरकास्ट इंचार्ज वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक "बारिश करने के लिए फिलहाल कोई सिस्टम सकरी रही है, बंगाल की खाड़ी के ऊपर ईस्टरली जेट कमजोर है. आमतौर पर अगस्त माह के बाद बहुत अच्छी बारिश की संभावनाएं लगातार कम होती जाती है. सितंबर माह में भारी बारिश की स्थिति तब पैदा होती है, जब बंगाल की खाड़ी में निर्मित निम्न दावों का क्षेत्र उड़ीसा तट को पार करते हुए पश्चिमी तथा उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ता हुआ. देश के मध्य भाग की ओर बढ़ता है, तब भोपाल और उसके आसपास भारी बारिश होती है."

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