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MP Doctors Strike: काली पट्टी बांधकर डॉक्टर्स ने किया ऑपरेशन, 17 फरवरी से प्रदेश भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल

एमपी में डॉक्टर्स ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 17 फरवरी से हड़ताल पर जानें का फैसला किया है. इसके लिए बुधवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया साथ ही गुरुवार को 2 घंटे काम बंदकर हड़ताल करेंगे. जानें डॉक्टर्स ने क्यों छेड़ा है आंदोलन.

mp doctors strike tying black band
एमपी में काली पट्टी बांधकर डॉक्टर्स ने किए ऑपरेशन
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Published : Feb 15, 2023, 4:37 PM IST

एमपी में 17 फरवरी से डॉक्टर्स की हड़ताल

भोपाल। 17 फरवरी से मध्य प्रदेश के डॉक्टर्स काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इसके पहले बुधवार को इन डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया और ऑपरेशन भी काली पट्टी के साथ ही किया है. इनका कहना है कि गुरुवार को 2 घंटे के लिए यह काम बंद हड़ताल करेंगे इसके साथ में ही सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ भी किया जाएगा. DACP लागू करने, पुरानी पेंशन बहाली, मेडिकल वर्क में अधिकारियों की दखलंदाजी जैसे मांगो को लेकर ये सभी डॉक्टर आंदोलन पर हैं. अब ये 17 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला ले चुके हैं

काली पट्टी बांधकर विरोध: मध्य प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. माधव हसानी का कहना है कि मध्य प्रदेश में कई समय से चिकित्सकों का प्रमोशन रुका है वहीं कई वेतन विसंगतियां भी हैं जिसको लेकर सरकार को बार-बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन इसके बाद भी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. ऐसे में बुधवार को इन्होंने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर ऑपरेशन तक किए. इनका कहना है कि 17 तारीख तक अगर उनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में हड़ताल होगी तो अनिश्चितकालीन रहेगी.

भोपाल में आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सरकार को दी खुली चेतावनी

पदयात्रा कर जुटाया समर्थन: इसके पहले डॉक्टर्स ने प्रदेश भर में पदयात्रा समर्थन जुटाया है. डॉक्टर्स की इस यात्रा में 7 मेडिकल एसोसिएशन ने मिलकर महासंघ बनाया है. जिसमें मेडिकल टीचर, चिकित्सा शिक्षा अधिकारी, चिकित्सा शिक्षक कर्मचारी अधिकारी संघ व अन्य डॉक्टर और नर्स भी जुड़े हुए हैं. जिसके बैनर तले ये आंदोलन हो रहा है. इस संघ के संयोजक डॉ. राकेश मालवीय का कहना है कि हमने सभी डॉक्टर्स को एकजुट कर लिया है और सरकार से भी बार-बार अपनी मांग रख दी है. ऐसे में अंतिम फैसला अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय शिवराज सिंह चौहान को करना है.

Doctors protest by tying black band in Neemuch
नीमच में काली पट्टी बांधकर डॉक्टर्स ने किया विरोध

नीमच में भी विरोध: चिकित्सा बचाओ चिकित्सक बचाओ नारे के साथ चिकित्सा महासंघ एवं एम.पी.एम.ओ.ए. नीमच के तत्वधान में नीमच जिले सहित पूरे प्रदेश भर में सभी शासकीय अस्पताल के चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को हाथ की बाह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और कार्य किया. मनासा में शासकीय चिकित्सालय में समस्त चिकित्सक स्टाफ ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध जताया.

MP Doctors Strike: सीएम शिवराज को डॉक्टर्स की आखिरी चेतावनी, 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल

13 से अधिक मेडिकल कालेजों में संपर्क कर चुके हैं डॉक्टर्स: ये यात्रा 27 जनवरी 2023 को ग्वालियर से आरंभ हुई थी. 5500 किलोमीटर की यात्रा का मध्य प्रदेश के 38 जिलों के सीएचसी, पीएचसी,जिला अस्पतलों एवं 13 मेडिकल कॉलेजों से गुजरते हुए 7 फरवरी को भोपाल में समापन हुआ था. इस दौरान जगह-जगह हमें सभी डॉक्टर्स, मेडिकल टीचर और मेडिकल लाइन से जुड़े छात्र और नर्सेज का भी काफी समर्थन मिला था. यात्राओं में भी बड़ी संख्या में चिकित्सक जुड़े थे. 8 से 10 हज़ार तक डॉक्टर्स महासंघ में शामिल होने का दावा किया गया है. फिलहाल कल से काम बंद आंशिक आंदोलन शुरू होगा और 17 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डॉक्टर चले जाएंगे. ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा प्रभाव पड़ेगा और इलाज कराने आने वाले मरीजों की शामत तक आ सकती है.

एमपी में 17 फरवरी से डॉक्टर्स की हड़ताल

भोपाल। 17 फरवरी से मध्य प्रदेश के डॉक्टर्स काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. इसके पहले बुधवार को इन डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया और ऑपरेशन भी काली पट्टी के साथ ही किया है. इनका कहना है कि गुरुवार को 2 घंटे के लिए यह काम बंद हड़ताल करेंगे इसके साथ में ही सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ भी किया जाएगा. DACP लागू करने, पुरानी पेंशन बहाली, मेडिकल वर्क में अधिकारियों की दखलंदाजी जैसे मांगो को लेकर ये सभी डॉक्टर आंदोलन पर हैं. अब ये 17 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला ले चुके हैं

काली पट्टी बांधकर विरोध: मध्य प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. माधव हसानी का कहना है कि मध्य प्रदेश में कई समय से चिकित्सकों का प्रमोशन रुका है वहीं कई वेतन विसंगतियां भी हैं जिसको लेकर सरकार को बार-बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन इसके बाद भी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. ऐसे में बुधवार को इन्होंने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर ऑपरेशन तक किए. इनका कहना है कि 17 तारीख तक अगर उनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में हड़ताल होगी तो अनिश्चितकालीन रहेगी.

भोपाल में आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सरकार को दी खुली चेतावनी

पदयात्रा कर जुटाया समर्थन: इसके पहले डॉक्टर्स ने प्रदेश भर में पदयात्रा समर्थन जुटाया है. डॉक्टर्स की इस यात्रा में 7 मेडिकल एसोसिएशन ने मिलकर महासंघ बनाया है. जिसमें मेडिकल टीचर, चिकित्सा शिक्षा अधिकारी, चिकित्सा शिक्षक कर्मचारी अधिकारी संघ व अन्य डॉक्टर और नर्स भी जुड़े हुए हैं. जिसके बैनर तले ये आंदोलन हो रहा है. इस संघ के संयोजक डॉ. राकेश मालवीय का कहना है कि हमने सभी डॉक्टर्स को एकजुट कर लिया है और सरकार से भी बार-बार अपनी मांग रख दी है. ऐसे में अंतिम फैसला अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय शिवराज सिंह चौहान को करना है.

Doctors protest by tying black band in Neemuch
नीमच में काली पट्टी बांधकर डॉक्टर्स ने किया विरोध

नीमच में भी विरोध: चिकित्सा बचाओ चिकित्सक बचाओ नारे के साथ चिकित्सा महासंघ एवं एम.पी.एम.ओ.ए. नीमच के तत्वधान में नीमच जिले सहित पूरे प्रदेश भर में सभी शासकीय अस्पताल के चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को हाथ की बाह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और कार्य किया. मनासा में शासकीय चिकित्सालय में समस्त चिकित्सक स्टाफ ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध जताया.

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13 से अधिक मेडिकल कालेजों में संपर्क कर चुके हैं डॉक्टर्स: ये यात्रा 27 जनवरी 2023 को ग्वालियर से आरंभ हुई थी. 5500 किलोमीटर की यात्रा का मध्य प्रदेश के 38 जिलों के सीएचसी, पीएचसी,जिला अस्पतलों एवं 13 मेडिकल कॉलेजों से गुजरते हुए 7 फरवरी को भोपाल में समापन हुआ था. इस दौरान जगह-जगह हमें सभी डॉक्टर्स, मेडिकल टीचर और मेडिकल लाइन से जुड़े छात्र और नर्सेज का भी काफी समर्थन मिला था. यात्राओं में भी बड़ी संख्या में चिकित्सक जुड़े थे. 8 से 10 हज़ार तक डॉक्टर्स महासंघ में शामिल होने का दावा किया गया है. फिलहाल कल से काम बंद आंशिक आंदोलन शुरू होगा और 17 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डॉक्टर चले जाएंगे. ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा प्रभाव पड़ेगा और इलाज कराने आने वाले मरीजों की शामत तक आ सकती है.

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