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MP Corona Update: अस्पतालों में कोरोना की व्यवस्थाओं को लेकर मॉक ड्रिल, मंत्री सारंग बोले- पैनिक होने की जरूरत

मध्य प्रदेश में कोरोना की व्यवस्थाओं को लेकर अस्पतालों में मॉक ड्रिल किए गए. इस दौरान भोपाल के हमीदिया अस्पताल के मॉक ड्रिल में शामिल होने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पहुंचे. यहां की व्यवस्थाओं को लेकर वे संतुष्ट नजर आए. वहीं, रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जिला अस्पताल के मॉक ड्रिल में शामिल हुए और व्यवस्थाएं देखी.

corona mock drill in hamidia hospital
भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कोरोना मॉक ड्रिल
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Published : Apr 10, 2023, 3:18 PM IST

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कोरोना मॉक ड्रिल

भोपाल। देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर लगातार पॉजिटिव मरीज बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में सभी जगह सोमवार को मॉक ड्रिल की गई, इस दौरान अस्पतालों में किस तरह की व्यवस्था है उसको लेकर मंत्री, विधायक और सांसदों ने जानकारी एकत्रित की. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुए मॉक ड्रिल में शामिल होने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पहुंचे. इस दौरान इमरजेंसी में डमी पेशेंट को लेकर लाया गया और उस पर पूरे उपचार किए गए. ईटीवी भारत से खास बातचीत में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि "मॉक ड्रिल में हमने यह देखने की कोशिश की कि अगर एक मरीज आता है तो वह कितने समय में इलाज ले पाता है. ताकि सब स्टैंडर्ड टाइमिंग के हिसाब से उसे हम सही समय में इलाज दे पाएं."

कोविड के व्यवस्थाओं को लेकर अस्पतालों में मॉक ड्रिल: देशभर में कोविड के मरीज बढ़ने के साथ ही मध्यप्रदेश में भी इसके पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. इसको लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना था कि "फिलहाल अभी घबराने की या पैनिक होने की जरूरत नहीं है. मध्यप्रदेश में अभी भी 170 के आसपास ही एक्टिव मरीज हैं जो घबराने वाली स्थिति नहीं दर्शाती है. जितने भी मरीज अभी कोविड के मिले हैं वह सभी होम आइसोलेशन पर हैं. अस्पताल में भर्ती करने की किसी की भी स्थिति नहीं आई है." हमीदिया अस्पताल में हुए मॉक ड्रिल के दौरान एक इमरजेंसी में डमी पेशेंट को लाया गया और वहां से उसे वेंटिलेटर वार्ड में शिफ्ट किया गया. इस पूरी प्रक्रिया में 5:30 से 6:00 मिनट का समय लगा. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया.

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हमीदिया अस्पताल के व्यवस्थाओं ने संतुष्ट नजर आए सारंग: विश्वास सारंग का कहना है कि हमीदिया अस्पताल में 2 तरह से ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं, एक प्लांट ऑक्सीजन को जनरेट करता है जबकि दूसरा ऑक्सीजन का स्टोरेज करता है. दोनों ही ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में पाए गए हैं, ऐसे में सेकेंड वेव के दौरान जो स्थितियां ऑक्सीजन की कमी की बनी थी वह अब नहीं होंगी. मॉक ड्रिल के दौरान मंत्री ने तमाम व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई है और कहा है कि एक मरीज का जो टाइम हमने निश्चित किया है अगर ऐसे में ज्यादा मरीज भी आते हैं तो व्यवस्थाएं इसी तरह होंगी. यही देखने के लिए वह हमीदिया अस्पताल पहुंचे हैं और इन व्यवस्थाओं से वह संतुष्ट नजर आ रहें.

रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री मॉक ड्रिल में हुए शामिल: भोपाल के हमीदिया अस्पताल में ही लगभग 60 बेडों को अभी से कोविड के लिए रिजर्व किया गया है, जिसमें आईसीयू वार्ड के साथ ही वेंटिलेटर बेड का वार्ड भी है. इसमें कोविड के मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है. अगर मरीज ज्यादा होते हैं तो इन बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी. वहीं, रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जिला अस्पताल के मॉक ड्रिल में शामिल हुए और व्यवस्थाएं देखी. प्रभु राम चौधरी के सामने ही डमी पेशेंट को ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की सुविधाएं प्रदान की गई, व्यवस्थाओं से स्वास्थ्य मंत्री संतुष्ट नजर आये.

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कोरोना मॉक ड्रिल

भोपाल। देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर लगातार पॉजिटिव मरीज बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में सभी जगह सोमवार को मॉक ड्रिल की गई, इस दौरान अस्पतालों में किस तरह की व्यवस्था है उसको लेकर मंत्री, विधायक और सांसदों ने जानकारी एकत्रित की. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुए मॉक ड्रिल में शामिल होने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पहुंचे. इस दौरान इमरजेंसी में डमी पेशेंट को लेकर लाया गया और उस पर पूरे उपचार किए गए. ईटीवी भारत से खास बातचीत में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि "मॉक ड्रिल में हमने यह देखने की कोशिश की कि अगर एक मरीज आता है तो वह कितने समय में इलाज ले पाता है. ताकि सब स्टैंडर्ड टाइमिंग के हिसाब से उसे हम सही समय में इलाज दे पाएं."

कोविड के व्यवस्थाओं को लेकर अस्पतालों में मॉक ड्रिल: देशभर में कोविड के मरीज बढ़ने के साथ ही मध्यप्रदेश में भी इसके पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. इसको लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना था कि "फिलहाल अभी घबराने की या पैनिक होने की जरूरत नहीं है. मध्यप्रदेश में अभी भी 170 के आसपास ही एक्टिव मरीज हैं जो घबराने वाली स्थिति नहीं दर्शाती है. जितने भी मरीज अभी कोविड के मिले हैं वह सभी होम आइसोलेशन पर हैं. अस्पताल में भर्ती करने की किसी की भी स्थिति नहीं आई है." हमीदिया अस्पताल में हुए मॉक ड्रिल के दौरान एक इमरजेंसी में डमी पेशेंट को लाया गया और वहां से उसे वेंटिलेटर वार्ड में शिफ्ट किया गया. इस पूरी प्रक्रिया में 5:30 से 6:00 मिनट का समय लगा. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया.

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हमीदिया अस्पताल के व्यवस्थाओं ने संतुष्ट नजर आए सारंग: विश्वास सारंग का कहना है कि हमीदिया अस्पताल में 2 तरह से ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं, एक प्लांट ऑक्सीजन को जनरेट करता है जबकि दूसरा ऑक्सीजन का स्टोरेज करता है. दोनों ही ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में पाए गए हैं, ऐसे में सेकेंड वेव के दौरान जो स्थितियां ऑक्सीजन की कमी की बनी थी वह अब नहीं होंगी. मॉक ड्रिल के दौरान मंत्री ने तमाम व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई है और कहा है कि एक मरीज का जो टाइम हमने निश्चित किया है अगर ऐसे में ज्यादा मरीज भी आते हैं तो व्यवस्थाएं इसी तरह होंगी. यही देखने के लिए वह हमीदिया अस्पताल पहुंचे हैं और इन व्यवस्थाओं से वह संतुष्ट नजर आ रहें.

रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री मॉक ड्रिल में हुए शामिल: भोपाल के हमीदिया अस्पताल में ही लगभग 60 बेडों को अभी से कोविड के लिए रिजर्व किया गया है, जिसमें आईसीयू वार्ड के साथ ही वेंटिलेटर बेड का वार्ड भी है. इसमें कोविड के मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है. अगर मरीज ज्यादा होते हैं तो इन बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी. वहीं, रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जिला अस्पताल के मॉक ड्रिल में शामिल हुए और व्यवस्थाएं देखी. प्रभु राम चौधरी के सामने ही डमी पेशेंट को ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की सुविधाएं प्रदान की गई, व्यवस्थाओं से स्वास्थ्य मंत्री संतुष्ट नजर आये.

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