भोपाल/ग्वालियर। कोविड के इलाज के लिए मध्यप्रदेश में 56,000 से अधिक बेड (Beds for Covid patient) मरीजों के लिए मौजूद है. जिनकी संख्या 60 से 65 हजार की जाएगी. जिसमें सरकारी अस्पतालों में 32,000 और प्राइवेट में 25,000 बिस्तर फिलहाल है, यह जानकारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दी. काटजू अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने कहा कि लगातार कैसेस बढ़ना चिंता का विषय है, लेकिन सरकार अपने स्तर पर पूर्ण रूप से तैयार है.
24 घंटे में 1033 नए केस
कोरोना संक्रमण की रफ्तार एमपी में बढ़ती ही जा रही है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में 1033 नए मामले (MP Corona Cases ) मिले हैं. जिनमें एकबार फिर सबसे अधिक केस इंदौर से मिले हैं. कोरोना का हब बन रहे इंदौर में 512 मरीज मिले हैं. वहीं राजधानी भोपाल से 169 संक्रमण केस सामने आए हैं. जबकि ग्वालियर से 87, जबलपुर से 70, उज्जैन से 35 केसेस सहित पूरे राज्य में 1033 मरीज मिले हैं. 24 घंटे में 102 रोगी स्वस्थ भी हुए हैं.
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COVID19 :
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नोवल कोरोना वायरस एवं कोविड टीकाकरण
मीडिया बुलेटिन 6 जनवरी 2022
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एमपी में एक्टिव केस 2475 (Corona active case in mp)
इंदौर और भोपाल कोरोना का हॉटस्पॉट (corona hotspot indore) बना हुआ है. वहीं प्रदेश में कोरोनो के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2475 हो गई है. जबकि कोविड के कारण होनेवाली मौत का आंकड़ा 10535 है. प्रदेश में अबतक 796396 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 783386 लोगों ने इस बीमारी को मात दी है. एमपी में अबतक 105050720 लोगों को टीका लगाया गया है.
एक दिन में डबल हो रहे केस (corona blast in MP)
कोरोना के केसेस 1 दिन में लगातार दोगुने होते जा रहे हैं. ऐसे में इसका खतरा ज्यादा बढ़ गया है, जिसको देखते हुए अस्पतालों में भी बिस्तरों के इंतजाम किए जा रहे हैं (Bhopal corona update). चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल के काटजू अस्पताल का निरीक्षण किया. इस अस्पताल में 200 बिस्तर कोविड मरीजों के लिए मौजूद है. निरीक्षण के बाद सारंग ने बताया कि मध्य प्रदेश में जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वह चिंता का विषय है लेकिन सरकार अपने स्तर की पूरी तैयारी कर रही है. पूरे प्रदेश में हमें जो-जो तैयारियां करनी है हमने वह कर ली है. गवर्नमेंट सेक्टर में पूरे प्रदेश भर में 32 हजार बिस्तर कोविड के लिए रिजर्व हैं. लगभग 25 हजार बिस्तर प्राइवेट हॉस्पिटल्स में हैं, जो हमारे पोर्टल पर रजिस्टर है. आज की तारीख में मध्यप्रदेश में 55 से 56 हजार बिस्तर कोरोना के लिए रिजर्व किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि रोज कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन इसमें सुखद बात यह है कि इसमें हॉस्पिटलाइजेशन बहुत कम है. मंत्री सारंग ने लोगों से मास्क और वैक्सीन लगाने की अपील की है.
वैक्सीनेशन का काम रफ्तार पर (MP corona vaccination)
मंत्री सारंग ने कहा कि 15-18 वर्ष के किशोरों का वैक्सीनेशन अच्छी तरह से चल रहा है. 10 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमारी वाले बुजुर्गों को भी प्रिकॉशन डोज लगाई जाएगी.
पीएम को लेकर दिग्विजय के बयान पर भड़के मंत्री विश्वास सारंग
पीएम को लेकर दिए दिग्विजय सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि वो पहले दिग्विजय सिंह का ट्विटर पहले फॉलो करते थे लेकिन आज ही उन्हें अनफॉलो कर दिया, क्योंकि समय क्यों खराब करें. अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने और सुर्खियों में बने रहने के लिए दिग्विजय सिंह इस तरह की अनर्गल बातें करते हैं. 137 करोड़ जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि को दिग्विजय सिंह इस तरह से कहेंगे, शर्म आती है कि उनका लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है. वहीं प्रियंका गांधी की कांग्रेस के 'लड़की लड़ सकती है कैंपेन' पर विश्वास सारंग कहा कि बहुत अच्छा लगता है कि कांग्रेस महिला सशक्तिकरण की बात करती है. लेकिन प्रियंका गांधी को बताना पड़ेगा यदि सरला मिश्रा कांड मध्यप्रदेश में हुआ था, इसके पीछे कांग्रेस के कौन नेता थे. साथ ही पूछा कि प्रियंका गांधी यह जरूर बताएं कि दिग्विजय सिंह ने मीनाक्षी नटराजन को टंच माल क्यों कहा था. प्रियंका गांधी यह भी बताएं कि कमलनाथ ने इमरती देवी की बेज्जती क्यों की थी.
ग्वालियर में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी
भले ही सरकार कोरोना से निपटने के इंतजाम होने का दावा करे, लेकिन ग्वालियर में ये नाकाफी लगते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य के पास डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी. जिले के सबसे बड़े 1000 बेड वाले निर्माणधीन अस्पताल में 570 बेड का सी-ब्लॉक लगभग तैयार हो चुका है. लेकिन इसे संचालित करने के लिए डॉक्टर नहीं है. यही वजह है कि जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज प्रबंधक ने शासन से 225 डॉक्टर्स, 530 नर्सिंग स्टाफ,100 टेक्नीशियन और 450 अन्य वर्कर्स मांगें हैं. लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई निर्देश नहीं आया है. कमोवेश यही हाल शहर के जिला अस्पताल मुरार का भी है, जहां 10 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार किया गया है, लेकिन स्टाफ की कमी से अभी चालू नहीं हो पाया है. इसको लेकर भी 4 डॉक्टर और स्टाफ की डिमांड का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है.
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कोरोना पेसेंट के लिए 6 हजार बेड रिजर्व
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए जिले में बेड की पर्याप्त व्यवस्था है. जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में 6000 बेड्स का इंतजाम किया गया है. पहली लहर में सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलाकर 300 ऑक्सीजन और 160 आईसीयू बेड थे, दूसरी लहर में 938 लोगों की मौत हुई तो ऑक्सीजन के बेड बढ़ाकर 830 और आईसीयू के 360 बेड मिलाकर 1190 बेड तैयार कर लिए गए. अब तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य विभाग 500 से अधिक ऑक्सीजन और 1011 आईसीयू बेड तैयार कर लिए हैं.
ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था
जिले में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है. जिले के सरकारी अस्पतालों में कुल 13 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं. इन ऑक्सीजन प्लांट को लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि जिले के सरकारी अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करें.अगर किसी भी तरह की कोई परेशानी आ रही है तो उसको ठीक कराएं. बाद में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी.