हैदराबाद। एमपी में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, जो अब चिंता का विषय बनता जा रहा है. रविवार को प्रदेश के सिर्फ छह जिलों में कोरोना के 10 नए मामले सामने आए हैं, जबकि शनिवार को पूरे प्रदेश में 13 मामले आए थे. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की चिंता और गहरी होती जा रही है. रविवार को भोपाल में कोरोना के सबसे ज्यादा 3 केस सामने आये, जबकि जबलपुर-इंदौर में 2-2, दमोह, खरगौन और विदिशा में 1-1 पॉजिटिव केस आए हैं.
दमोह में सबसे ज्यादा फैल रहा कोरोना
कोरोना को लेकर बेफिक्र हुए लोगों को सावधान होने की जरूरत है. प्रदेश में कोरोना एक बार फिर से दबे पांव लौटने लगा है. पिछले 5 दिनों में प्रदेश के 17 जिलों में 80 संक्रमित मिले हैं. इसमें सबसे ज्यादा संक्रमित दमोह में 22 मिले हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने की अपील की है.
तीसरी लहर का सता रहा संकट
प्रदेश में कोरोना के मामले भले ही कम मिल रहे हो, लेकिन संक्रमण की जद में अलग-अलग जिले आने से चिंता बढ़ते जा रही है. प्रदेश में पिछले 5 दिनों में 17 जिलों में संक्रमण के नए मामले सामने आए है. सबसे ज्यादा संक्रमित दमोह में 22, इंदौर में 10, भोपाल, जबलपुर, होशंगाबाद में 9 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. इसके अलावा सागर में 5, धार में 3, छतरपुर, टीकमगढ़, राजगढ़ में 2-2 केस और सिवनी, मंदसौर, ग्वालियर, कटनी, डिंडौरी, खरगौन, विदिशा में 1-1 मामला मिला है.
पिछले पांच दिनों में कोरोना के केस
दिनांक | कोरोना के टोटल नए केस | इन जिलों में मिले कोरोना के नए संक्रमित |
3 | 18 | मंगलवार को सागर में 6, इंदौर में 2, भोपाल में 2, जबलपुर में 1, दमोह में 2, सतना और छतरपुर में 1-1 मरीज मिले. |
4 | 28 | बुधवार को दमोह में 15, सागर में 7, इंदौर में 1, भोपाल में 2, जबलपुर में 2, राजगढ़ में 1 मरीज मिले. |
5 | 11 | गुरुवार को सागर में 4, भोपाल, छतरपुर, डिंडौरी, होशंगाबाद, इंदौर, कटनी और सिवनी में एक-एक मरीज मिले हैं. |
6 | 18 | शुक्रवार को इंदौर में 4, दमोह और धार में 3-3, जबलपुर और भोपाल में 2-2, सागर, छतरपुर, ग्वालियर और होशंगाबाद में एक-एक मरीज मिले हैं. |
7 | 13 | शनिवार को दमोह में 3, जबलपुर में 3, इंदौर में 2, टीकमगढ़, भोपाल, मंदसौर और राजगढ़ में एक-एक मरीज मिले हैं. |
8 | 10 | रविवार को भोपाल में कोरोना के सबसे ज्यादा 3 केस सामने आये, जबकि जबलपुर-इंदौर में 2-2, दमोह, खरगौन और विदिशा में 1-1 पॉजिटिव केस आए हैं. |
एमपी की R-Value नेशनल एवरेज से ज्यादा (R-Value of Madhya Pradesh)
चेन्नई के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंस ने हाल ही में एक जारी रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में MP में R वैल्यू 1.31 को बताई गई है, जो नेशनल एवरेज से भी ज्यादा है. विशेषज्ञों ने R वैल्यू के बढ़ने को चिंताजनक बताया है.
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R-Value क्या है (What is R-Value)
दरअसल, डेटा साइंटिस्ट्स के मुताबिक R फैक्टर, यानी रीप्रोडक्शन रेट बताता है कि एक इन्फेक्टेड व्यक्ति से कितने लोग इन्फेक्ट हो रहे हैं या हो सकते हैं. अगर R फैक्टर 1.0 से अधिक है तो इसका मतलब है कि केस बढ़ रहे हैं. वहीं, R फैक्टर का 1.0 से कम होना या कम होते जाना केस घटने का संकेत होता है. ऐसे समझें अगर 100 व्यक्ति इन्फेक्टेड हैं. वह 100 लोगों को इन्फेक्ट करते हैं, तो R वैल्यू 1 होगी. अगर वे 80 लोगों को इन्फेक्ट कर पा रहे हैं, तो यह R वैल्यू 0.80 होगी.