भोपाल। देश भर में पेट्रोल-डीजल(Petrol-Diesel) के बढ़ते दामों और महंगाई के विरोध में मध्य प्रदेश कांग्रेस 11 जून को प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन करने जा रही है. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश के सभी पेट्रोल (Petrol) पंप पर प्रदर्शन करेंगे. एमपी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैयद जाफर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
मदद की जगह कीमतों में वृद्धि
कांग्रेस का आरोप है कि कोरोना कर्फ्यू की वजह से लोग अपना रोजगार और व्यापार गवां बैठे हैं, इन सबके बावजूद केंद्र और राज्य सरकार पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel)की कीमतों को बढ़कार मुनाफा कमाने में लगी है. कांग्रेस का आरोप है कि एक मई को (Petrol) पेट्रोल 98.39 रुपए था, जो अब बढ़कर 103.77 रुपए हो गया है. (Diesel) डीजल भी 88.96 रुपए से बढकर 95.11 रुपए हो गया है. यह बढ़ोतरी ऐसे समय की जा रही है, जब जनता केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार से मदद की उम्मीद कर रही है. कांग्रेस ने दावा किया है कि सांकेतिक प्रदर्शन में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा.
देश के 'दिल' में सबसे महंगा पेट्रोल, पड़ोसी राज्यों से 10 रुपए का अंतर
देश के दिल में सबसे महंगा पेट्रोल
बता दें कि पूरे देश में सबसे महंगा पेट्रोल (Petrol)मध्य प्रदेश में बेचा जा रहा है. एमपी में पेट्रोल पर 33 फीसदी टैक्स लगाया जाता हैं. इस टैक्स के ऊपर फिर सेस भी लगाया जाता है. एमपी में फिलहाल पेट्रोल पर 4.50 रुपए का सेस लग रहा है. वहीं एमपी में डीजल (Diesel) पर 23 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. इसके बाद डीजल के ऊपर तीन रुपए प्रति लीटर सेस लगाया जाता है. राज्य सरकारों के इन टैक्स और सेस के बाद थोड़ी कसर नगर निगम भी पूरी करती है. इसमें भोपाल समेत कुछ नगर निगम पेट्रोल पर अपना सेस लगाती है. जिससे नगरीय क्षेत्रों में आने वाले पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और भी महंगा हो जाता है.