भोपाल। भले ही बीजेपी हिंदुत्व के झंडे को लेकर अपने साथ चलती हो लेकिन कांग्रेस भी हिंदू वोट बैंक को रिझाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. राहुल गांधी जनेऊ पहनते हैं और मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हुए भी नजर आते हैं, तो अब इसी तर्ज पर मध्यप्रदेश का कांग्रेस कार्यालय भी भगवामय नजर आ रहा है. कभी कांग्रेस के तिरंगे झंडे से पटा रहने वाला कांग्रेस कार्यालय शनिवार को भगवामय नजर आया. यहां कांग्रेस कार्यालय के हर कोने पर भगवा झंडे के साथ भगवा पट्टे लहराते हुए नजर आए.
कार्यालय में विशेष आयोजन: कांग्रेस कार्यालय में 2 अप्रैल को एमपी कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ का एक दिवसीय धर्म-संवाद, एवं मठ-मंदिर, स्वायत्तता संकल्प दिवस का आयोजन किया जा रहा है. एमपी कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण शर्मा और एमपी कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर भारती ने बताया कि धर्म-संवाद कार्यक्रम में प्रदेश भर के एमपी कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष, मठ-मंदिरों के महंत और पुजारी सहित बड़ी संख्या में प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे. सुधीर भारती ने कहा कि शिवराज सरकार में पुजारी खासे परेशान है, मंदिरों पर कब्जा किया जा रहा है, भूमि पर कब्जा किया जा रहा है, समितियां बना कर और तथा कथित धार्मिक संगठन जो प्रयास कर रहे है. उसके खिलाफ हमारा प्रकोष्ठ कमलनाथ के नेतृत्व में लामबंद होगा और मंदिर मठ की भूमियों को सरकारी करण से मुक्त कराया जाएगा. जिन जगह मंदिर की भूमि को कलेक्टरों द्वारा नीलाम किया जा रहा है इन सबसे भी मुक्ति मिलेगी.
केसरिया भाजपा की संपत्ति नहीं: कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा पुजारी प्रकोष्ठ द्वारा कांग्रेस कार्यालय में इसका आयोजन किया जा रहा है जिसके चलते कांग्रेस कार्यालय को सजाया गया है. वहीं बीजेपी के केसरिया रंग और भगवा रंग में कांग्रेस कार्यालय के रंगे होने के सवाल पर भूपेंद्र गुप्ता का कहना था कि केसरिया रंग को भाजपा अपनी संपत्ति समझती है जबकि केसरिया रंग बलिदान का प्रतीक है, केसरिया रंग शौर्य का प्रतीक है.
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भाजपा का पलटवार: बीजेपी ने इसको लेकर कांग्रेस को घेरा है. बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि यह वही कांग्रेस है जिसने भगवा रंग को आतंकवाद से जोड़ा है. ये वही कांग्रेस है जिसके नेता कहते हैं कि हिंदू भगवा पहनकर मंदिरों में लड़कियां छेड़ने जाते हैं. यह वही कांग्रेस है जिसकी 15 महीने की सरकार ने मध्य प्रदेश के मंदिरों की जमीन बेचने के आदेश जारी किए. यह वही कांग्रेस है जो आतंकवादी ओर देशद्रोहियों को परोक्ष समर्थन करती है. इनका काम देश को बांट कर राज करना है लेकिन अब यह भगवा ध्वज लहराये या भगवा चोला पहनें, देश की जनता इनकी असलियत जानती है ये इच्छाधारी हिंदू हैं. फिलहाल तो चुनावी साल में दोनों ही पार्टी एक दूसरे को हिंदुत्व का हितैषी साबित करने में कोई कोर कसर पीछे नहीं छोड़ रही है.