भोपाल। कांग्रेस ने शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव से प्रदेश में संचालित एक कॉलेज का पता पूछा है. कांग्रेस ने पूछा है कि मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की तहसील सबलगढ़ के ग्राम झुंडपुरा में चल रहा कॉलेज शिव शक्ति महाविद्यालय कहां काबिज है. दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह कॉलेज जमीन पर है ही नहीं, बल्कि सिर्फ कागजों पर चल रहा है. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि पिछले 12 सालों से ग्वालियर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हर साल इसका निरीक्षण करते आए. एक बार विश्वविद्यालय के कुलपति भी निरीक्षण कर चुके हैं.
कांग्रेस ने लगाया आरोप: कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि "प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के भाई और जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के तत्कालीन कुल सचिव डॉ आनंद मिश्रा के कार्यकाल में इस कॉलेज की शुरूआत हुई थी. इनके ही कार्यकाल में यह फर्जी कॉलेज आज भी कागजों में ही संचालित हो रहा है. इसमें नियमों को अनदेखा करते हुए पहले ही साल बीसीए, बीए, बीएससी, बीकॉम में कुल 830 स्टूडेंट्स को एडमिशन देने की अनुमति दे दी गई. झुंडपुरा गांव के जन्म से लेकर आज तक कभी भी यहां उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं रही. यहां संबद्धता के निरीक्षण, छात्रों के प्रवेश स्कॉलरशिप सब कुछ फर्जी है. कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि "आखिर पिछले 12 सालों से ग्वालियर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कहां और कौन सा निरीक्षण करने जाते थे, जबकि कॉलेज के निरीक्षण की रिपोर्ट भी विश्वविद्यालय में जमा कराई जाती रही है.
मौजूदा कुलपति भी कर चुके हैं इस कॉलेज का निरीक्षण: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जीवाजी विश्वविद्यालय के मौजूदा कुलपति प्रोफेसर अभिनाश तिवारी साल 2014 में इस कॉलेज का निरीक्षण कर चुके हैं. यह इस कॉलेज में साल 2018 में वनस्पति विज्ञान के एक प्रोफेसर की नियुक्ति भी कर चुके हैं. कांग्रेस ने उच्च शिक्षा विभाग से इस फर्जीवाडे़ की जांच कराने की मांग की है. कांग्रेस ने पूछा है कि क्या सरकार 2011 से लेकर अब तक इस कॉलेज को संबद्धता देने वाले प्रोफेसरों और कॉलेज संचालक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह 50 फीसदी नहीं बल्कि 100 फीसदी भ्रष्टाचार का उदाहरण है.