भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. इसी क्रम में धार और मनावर में अवैध शराब के आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने पूर्व मंत्री रंजना बघेल पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा है कि कुछ दिन पहले सामाजिक कार्यकर्ता ने जब इस मामले को उजागर किया तो रंजना बघेल ने गुंडों को भेजकर उसकी पिटाई करा दी. उस पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज करा दिया. राजू पवार नाम के सामाजिक कार्यकर्ता ने रंजना बघेल से खुद को जान का खतरा बताया है.
राजू पवार सामाजिक कार्यकर्ता: यह पूरा मामला कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने उठाया है. उन्होंने बताया कि जब राजू ने अवैध शराब बिक्री की सूचना मनावर थाना प्रभारी, पुलिस अधीक्षक, आबकारी अधिकारी, आईजी, डीआईजी एवं जिला कलेक्टर को दी. तब उच्च अधिकारियों ने समूचे मामले पर संज्ञान लेते हुए मवादर थाना प्रभारी को कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद 13 जनवरी 2022 को शाम करीब 5.30 बजे करीब 30-35 गुंडों द्वारा शिकायतकर्ता राजू पवार पर जानलेवा हमला किया गया. हमलावरों ने करीब 10-15 मिनट तक राजू पवार की बेरहमी से पिटाई की. जब उन्हें लगा कि राजू की मौत हो गई है, तब वे वहां से चले गए. परिजन गंभीर रूप से घायल राजू को लेकर पहले मनावर हॉस्पिटल पहुंचे. जहां उनकी एमएलसी हुई और उसके बाद उन्हें बड़वानी रेफर कर दिया गया.
कांग्रेस ने मांगीलाल को किया पेश: जब राजू पवार अस्पताल में भर्ती थे, उसी दौरान षड्यंत्रकारियों द्वारा उनके व उनके पिता के खिलाफ आदिवासी समाज के एक स्थानीय निवासी मांगीलाल के माध्यम से एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा भी दायर करवाया गया. गांव के कुछ लोगों ने इस संबंध में मांगीलाल से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि गांव का ही रहवासी सोमा व एक-दो और लोग उनके घर आए थे. उन्हें दूसरी कहानी बता कर, बहकावे में लेकर, कागजों पर दस्तखत करवाये. पूरा का पूरा एक कूट रचित मामला राजू पवार व उनके पिता हरजी पवार के खिलाफ बनवाया. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने मांगीलाल को भी यहां पेश किया और उन्होंने यह सभी बातें मीडिया के सामने बताई.
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कांग्रेस ने सुनाई पूर्व मंत्री और उसके गुर्गे की ऑडियो रिकॉर्डिंग: इस मामले में जब मांगीलाल को पता लगा कि उन्हें बेवकूफ बना कर सोमा व अन्य लोगों ने राजू पवार व उनके पिता के खिलाफ इस्तेमाल किया है, तो उन्होंने गांव के लोगों के साथ स्थानीय पुलिस अधीक्षक को एक शपथ-पत्र दिया. जिसमें यह साफ है कि उन्हें बरगला कर स्थानीय निवासी सोमा व उसके साथियों ने कागजों पर दस्तखत ले लिए थे. जिसके माध्यम से राजू और उनके पिता पर एससी-एसटी ऐक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया. उक्त मामले में प्रमुख इस संबंध में हम राजू पवार पर हुए जानलेवा हमले के वीडियो के साथ ही एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी कांग्रेस ने सुनाई. जिसमें एक तरफ पूर्व मंत्री रंजना बघेल हैं और दूसरी तरफ उनका मुख्य गुर्गा सोमा है. जो रंजना बघेल के संरक्षण के चलते राजू पवार की बेरहमी और जानलेवा पिटाई का क्रेडिट तो ले ही रहा है. साथ ही संरक्षक रंजना बघेल के आदेशानुसार अगले शिकार की पिटाई कब, कैसे और हो की बात कर रहा है.