भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिन अलग तरीके से मनाने की तैयारी इस बार पार्टी और सरकार ने की है. 5 मार्च को पहली बार एक साथ प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में पौधरोपण कार्यक्रम होगा. पार्टी का कहना है कि इसे विश्व रिकार्ड में भी दर्ज करवाने के लिए भेजा जाएगा. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है. बता दें कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं. इसी को देखकर भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड पर आ गई है. यही कारण है कि इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिन पूरे प्रदेश में एक जैसा मनाए जाने की तैयारी है. मध्यप्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी 5 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म दिवस एवं योजना के शुभारंभ के अवसर पर पौधे रोपेंगी. बता दें कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को कुछ शर्तों के अधीन सहायता के रूप में प्रति माह 1,000 रुपये दिए जाएंगे. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 1 मार्च को पेश किए गए राज्य के बजट में प्रमुख योजना के लिए 8,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे.
64 साल के हो जाएंगे सीएम शिवराज : नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि 5 मार्च को सीएम शिवराज को इस जन्मदिन पर कुल 64 वर्ष यानी 23 हजार 360 दिन के हो जाएंगे. इसलिए इसी संख्या में पौधे लगाने का टारगेट है. इसकी तैयारी 3 मार्च से पूरे प्रदेश में शुरू की जा रही है. यह कार्यक्रम सुबह 8 बजे एक साथ होगा. पेड़ों की सुरक्षा के लिए नगरीय निकाय स्थानीय स्तर पर ट्री गार्ड का इंतजाम भी करेगी. बता दें कि सीएम शिवराज बीते दो साल से नियमित पौधे लगा रहे हैं और 19 फरवरी को इसे दो साल पूरे हो गए हैं. बड़ी बात यह है कि यह पौधरोपण हरेक जगह सिर्फ महिलाएं ही करेंगी. जिस भी स्थान पर पौधे रोपे जाएंगे, उस जगह को शिव वाटिका नाम दिया जाएगा.
लाडली बहना का शुभारंभ 5 मार्च को : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने जन्मदिन पर महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहना का शुभारंभ करने जा रहे हैं. इसी को ध्यान में रखकर 23 हजार 360 महिलाओं का पौधरोपण के लिए चयन किया गया है. मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि भोपाल का मास्टर प्लान इसी साल आ सकता है. जब उनसे पूछा कि शहर व उसके आसपास अवैध तरीके से कॉलोनिया काटी जा रही हैं, इस पर उनका कहना था कि इसमें एकरूपता लाई जाएगी. प्रदेश में एक तरफ पौधरोपण हो रहा है और दूसरी तरफ वन क्षेत्र घट रहा है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पौधों की रक्षा को लेकर सरकार सख्त है.