भोपाल। विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी के पुराने चावल पार्टी संगठन का पसीना निकाल देंगे, इसके संकेत मिलने लगे हैं. बुंदेलखंड से पार्टी की कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री कुसुम महदेले का कहना है कि वीडी शर्मा ने एक तरीके से उनकी प्राथमिक सदस्यता तक छीन ली है. मेहदेले ने कहा कि संगठन सरकार हर मोर्चे पर काम करने वाली मुझ जैसी नेता की स्थिति ये है कि वो अब जिला और प्रदेश कार्यकारिणी तो छोड़िए मंडल की समिति में भी नहीं है. ईटीवी भारत से बातचीत में मेहदेले ने कहा कि मेरा ये कहना है कि पार्टी में होने का अधिकार तो आप मुझसे नहीं छीन सकते हैं, लेकिन वीडी शर्मा तो मेरी प्राथमिक सदस्यता भी रिनयू नहीं होने दे रहे. कुसुम मेहदेले ने चुनाव लड़ने की भी इच्छा जताई है और कहा है कि अगर पार्टी मौका देती है तो जरुर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी.
पिछड़ा वर्ग से हैं क्या इसीलिए हाशिए पर: बीजेपी के बेबाक नेताओं में गिनी जाने वाली पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले का 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट कट गया था. मेहदेले तकरीबन उसी समय से पार्टी में हाशिए पर हैं. कुसुम मेहदेले ने पहली बार पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर इतना खुलकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आप टिकट मत दीजिए लेकिन पार्टी में होने का अधिकार मुझसे कैसे छीन सकते हैं. वे कहती हैं कि हो ये रहा है कि मेरी प्राथमिक सदस्यता तक रिन्यू नहीं की जा रही है. जो पार्टी फंड में कार्यकर्ता पैसा देते है, मुझसे नहीं लिया जा रहा है. इसे क्या समझूं मैं. मैने संगठन सरकार में लंबा काम किया है. आज स्थिति ये है कि जिला प्रदेश तो छोड़िए मंडल स्तर की समिति में मेरा नाम नहीं है. इसका कोई जवाब है. अब अगर आप मेरी प्राथमिक सदस्यता का रिन्यूवल भी नहीं होने देंगे. ये तो नहीं होगा ना. आप पार्टी में होने के मेरे अधिकार को कैसे छीन सकते हैं. मेहदेले ने कहा कि पिछड़ा वर्ग से हैं, शायद ये वजह हो कि हमें दरकिनार किया जा रहा है.
पार्टी कहेगी तो चुनाव लड़ने तैयार हूं: कुसुम मेहदेले का कहना है कि अगर पार्टी कहेगी तो वो चुनाव लड़ने तैयार हूं. उन्होंने कहा कि तैयारी तो पिछली बार भी थी लेकिन एन वक्त पर टिकट कट गया. उम्र का क्राइटेरिया बताया गया लेकिन हमारे ही पड़ोस में दिवंगत जुगल किशोर बागड़ी नागेन्द्र सिंह जैसे उम्रदराज नेताओं ने भी चुनाव लड़ा. तब उम्र का क्राइटेरिया कहां था.
दम दिखा चुके हिम्मत दादा भी: बीजेपी के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. 2018 में अपनी ही पार्टी के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हिम्मत कोठारी अभी कुछ महीने पहले कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल हुए थे. मामला महिला बॉडी बिल्डिंग शो में हनुमान जी के कटआउट का था. हिम्मत कोठारी ने तब इस पर एतराज जताते हुए कहा था कि ये बीजेपी की संस्कृति नहीं है. पिछले दिनों जब पार्टी की ओर से नाराज नेताओं की मान मनौव्वल शुरु हुई तो हिम्मत कोठारी से मिलने कैलाश विजयवर्गीय भी पहुंचे थे. नाराजगी 2018 से जब हिम्मत कोठारी का टिकट काटकर चेतन कश्यप को टिकट दे दिया गया था .