भोपाल। प्रदेश में बालाघाट और मंडला जिले में हुए चावल घोटाले को लेकर अब सूबे की सियासत गरमाने लगी है. बीजेपी-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज है और आरोपी प्रत्यारोप का दौर जारी है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बालाघाट और मंडला के चावल घोटाले में सीबीआई जांच की मांग की है. जिस पर बाद बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को इतनी देर से सब याद आ रहा है, जब इस चावल की खरीदी की जा रही थी तो वो कहा थे.
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प्रदेश का चावल घोटाला सिर्फ़ बालाघाट व मंडला ज़िले तक ही सीमित नहीं है, यह कई जिलो तक फैला हुआ है और इसके तार ऊपर तक जुड़े हुए है।
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इसकी सीबीआई जाँच हो और इसका जाँच का दायरा भी दो जिलो से बढ़ाया जावे, दो जिलो तक ही इसकी जाँच को सीमित कर इस घोटाले को दबाने का काम किया जा रहा है।
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इसकी सीबीआई जाँच हो और इसका जाँच का दायरा भी दो जिलो से बढ़ाया जावे, दो जिलो तक ही इसकी जाँच को सीमित कर इस घोटाले को दबाने का काम किया जा रहा है।प्रदेश का चावल घोटाला सिर्फ़ बालाघाट व मंडला ज़िले तक ही सीमित नहीं है, यह कई जिलो तक फैला हुआ है और इसके तार ऊपर तक जुड़े हुए है।
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इसकी सीबीआई जाँच हो और इसका जाँच का दायरा भी दो जिलो से बढ़ाया जावे, दो जिलो तक ही इसकी जाँच को सीमित कर इस घोटाले को दबाने का काम किया जा रहा है।
रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए ये घोटाला हुआ था, इसकी जांच होगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईओडब्ल्यू को जांच के आदेश दे दिए हैं. जल्द ही सब सामने निकल कर आएगा. कोई बड़ा नेता हो, बड़ा अधिकारी कोई नहीं बचेगा.
कमलनाथ की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस घोटाले के तार बहुत ही लंबे फैले हुए हैं. बालाघाट-मंडला के अलावा अन्य जिलों में भी चावल घोटाले के तार जुड़े हैं. इसलिए सिर्फ मंडला और बालाघाट में जांच सीमित न रख, पूरे प्रदेश में इसकी जांच होना चाहिए.
बालाघाट में राशन के तौर पर खराब चावल बांटने का मामला सामने आया था, जिससके बाद कई राइस मिलों पर करवाई की है.