भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा विधानसभा सीट से बीजेपी का तिलिस्म तोड़ने के लिए कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे रवीन्द्र साहू बीजेपी पर परिवारवाद का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गोविंदपुरा सीट से बीजेपी ने पिछले 43 सालों से सिर्फ एक परिवार को ही बढ़ाया है, लेकिन इसके बाद भी क्षेत्र में विकास नहीं हुआ. उन्होंने दावा किया इस विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी की बोरिया बिस्तर बंधवा देगी. गोविंदपुरा विधानसभा सीट से मैदान में उतरे रवीन्द्र साहू से ईटीवी भारत के सीनियर रिपोर्टर बृजेन्द्र पटेरिया ने बात की.
दिग्विजय सिंह के साथ की नर्मदा यात्रा: गोविंदपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी रवीन्द्र साहू ने 2018 के चुनाव के पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के साथ 33 किलोमीटर की नर्मदा पद यात्रा की थी. अब पार्टी ने उन्हें गोविंदपुरा से टिकट दिया है. वैसे यह सीट कांग्रेस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. पार्टी इस सीट पर फतह हासिल करने कई चेहरे को मैदान में उतार चुकी है. हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी रवीन्द्र साहू इसे चुनौती नहीं मानते. वे कहते हैं कि हमने इसे चुनौती नहीं माना. जनता तय करेगी कि यह हमारे लिए चुनौती है या नहीं. हम क्षेत्र के बेटे और भाई के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
क्षेत्र में सिर्फ परिवारवाद चला: उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा सीट पर पिछले 43 सालों से सिर्फ परिवारवाद ही चला है. पहले बाबूलाल गौर चुनाव लड़ते रहे और अब उनकी बहू कृष्णा गौर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल उत्तर सीट पर जाकर परिवारवाद की बात करते हैं, लेकिन गोविंदपुरा में बीजेपी ही एक परिवार पर मेहरबान रही है. पिछले 43 सालों में क्षेत्र में विकास के काम नहीं हुए. उन्होंने कहा कि मैं क्षेत्र में विकास के वादों के साथ मैदान में उतरा हूं. सबसे बड़ी विधानसभा में अच्छे सरकारी स्कूल नहीं है. कोई बड़ा सरकारी अस्पताल नहीं है. कॉलोनियों का अनियोजित तरीके से विकास हुआ. सैकड़ों की संख्या में अवैध कॉलोनिया विकसित हो गई.
बोले मेरे तीन प्लस प्वाइंट: कांग्रेस उम्मीदवार रवीन्द्र साहू ने कहा कि मेरा सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट है कि मैंने साढ़े चार साल लगातार काम किया. कोरोना की लहर में क्षेत्र की जनता के साथ खड़ा रहा. क्षेत्र में परिवर्तन की लहर है.