भोपाल। इस साल नवंबर में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. वैसे तो चुनावों में इंटेलिजेंस की भी खासी भूमिका होती है और यही इंटेलिजेंस पार्टियों के यह जानकारी मुहैया कराती हैं कि किस विधानसभा क्षेत्र में कौन सा प्रत्याशी बेहतर है और उसकी क्या स्थिति है. लेकिन कांग्रेस इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से चुनाव की रूपरेखा तैयार कर रही है. इसके लिए कांग्रेस ने अपना वॉर रूम भी तैयार कर लिया है. कांग्रेस के इस वॉर रूम को पीसीसी के बेसमेंट में स्थापित किया गया है. जहां से कांग्रेस इस बार के विधानसभा चुनाव में पूरी मॉनिटरिंग रखने के साथ ही चुनाव के जीत के मंत्र को तलाशेगी. वैसे एक वॉर रूम कमलनाथ के श्यामला हिल्स स्थित बंगले पर भी होगा. लेकिन जहां से मुख्य चुनाव का काम होगा, उस वॉर रूम को पीसीसी में स्थापित किया गया है.
वॉर रूम में बनाए गए 25 कक्ष: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कांग्रेस किस तरह से चुनाव में जीत का मंत्र अपनाएगी ये आपको बाद में बताएंगे. लेकिन उसके पहले आपको बताते हैं कि इस वॉर रूम में क्या-क्या खासियत होगी और यह वॉर रूम किस तरह से बनाया गया है. दरअसल कांग्रेस पीसीसी कार्यालय के बेसमेंट में बने इस चुनावी वॉर रूम में 25 कक्ष बनाए गए हैं. इन 25 कक्षाओं में कांग्रेस प्रदेश संगठन के मोर्चा और संगठन के पदाधिकारियों के बैठने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है. यह सभी एक ही स्थान पर इसलिए रखे गए हैं क्योंकि आसपास होने से आसानी से सारी जानकारी और काम का आदान-प्रदान हो सके. इन कक्षाओं में एक और जहां प्रवक्ताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है, तो वहीं दूसरी ओर संगठन मोर्चा प्रमुख के कक्ष हैं. जिसमें महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, मोर्चा प्रकोष्ठ आदि शामिल हैं.
दो बड़े कॉन्फ्रेंस रूम: वहीं, इन कक्षों के बीच में दो बड़े कॉन्फ्रेंस रूम भी बनाए गए हैं. जिसमें गोलमेज के आजू-बाजू 25 से 30 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इन्हीं में से एक रूम में आने वाले समय में बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी. इन LED टेलीविजन स्क्रीन के माध्यम से चुनाव की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. किस क्षेत्र में क्या स्थिति बनी है, जिस पर समाचार चैनल के लाइव प्रसारण देखे जा सकेंगे.
पब्लिक के 40,000 व्हाट्सएप ग्रुप: वहीं, एक कक्ष में सोशल मीडिया और आईटी सेल के लिए एक दर्जन के लगभग कंप्यूटर लगाए जा रहे हैं. इन कंप्यूटरों के माध्यम से कांग्रेस के प्रचार के लिए पूरी टीम काम करेगी. इसके लिए आईटी सेल 40,000 से अधिक व्हाट्सएप ग्रुप पब्लिक के बना चुका है. जिसमें आम जनता को कांग्रेस की रीति नीति से वाकिफ कराया जाएगा. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के सभी जिलों में जिला प्रभारियों के माध्यम से भी सोशल मीडिया के ग्रुप बनवाए गए हैं, जिससे हर जिले में हर व्यक्ति तक आसानी से पहुंचा जा सके.
2.5 करोड़ लोगों डाटा: भले ही चुनाव में अभी 5 महीने से अधिक का समय बचा है, लेकिन कांग्रेस ने अपनी तैयारी को मजबूत करते हुए इस वॉर रूम के माध्यम से अभी तक ढाई करोड़ लोगों का डाटा इकट्ठा कर लिया है. जिन तक कांग्रेस की सीधी पहुंच रहेगी.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: कांग्रेस इस बार चुनावों में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा ले रही है. कांग्रेस ने अपने वॉर रूम में इसी के आधार पर इलेक्शन की मॉनिटरिंग की रूपरेखा बनाई है. अभी तक यह होता आया है कि जो भी बूथ प्रभारी और अन्य व्यक्ति कांग्रेस का प्रचार आदि करने या चुनाव की सामग्री लेकर, जिसमें वोटर पर्ची, कांग्रेस के झंडे बैनर आदि होते थे. इसे लेकर जनता के बीच और पोलिंग बूथ के बाहर तक पहुंचता था. तब उसकी पूरी की पूरी मॉनिटरिंग व्यक्तियों को करनी पड़ती थी. जिसमें जानकारी एकत्रित करने में समय लगता था. लेकिन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से एक ऐसा सॉफ्टवेयर कांग्रेस ने तैयार करवाया है जो खुद ही संबंधित व्यक्ति को कंप्यूटर के माध्यम से फोन लगाएगा और सबसे पहले उसका नाम पूछने के बाद, उससे अन्य चीजों की जानकारी लेगा. इससे संबंधित व्यक्ति अगर एक-एक कर सही बताता है तो अगले सवाल किए जाएंगे अन्यथा गलत जानकारी देने पर फोन कट हो जाएगा. ऐसे में संबंधित पूरी जानकारी आसानी से कम समय में सिस्टम में जुड़ जाएगी और उसकी मॉनिटरिंग आसानी से हो जाएगी.
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शिवराज-सिंधिया पर फोकस: कांग्रेस के सूत्र यह भी बताते हैं कि इस मॉनिटरिंग रूम में बीजेपी और सत्तारूढ़ पार्टी के किन नेताओं को घेरना है और किस तरह से उनकी कमियों को उजागर करना है, इस पर भी सामूहिक रूप से बैठकर रणनीति बनाई जा रही है. कांग्रेस मुख्य रूप से इस चुनाव में बीजेपी सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ही फोकस कर रही है. इसके अलावा संभाग और क्षेत्रों के हिसाब से भी बीजेपी के नेताओं और मंत्रियों को घेरने की रणनीति बनाई गई है.
वचन पत्र में अनेकों वादे: वॉर रूम में फिलहाल कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर भी मीटिंग का दौर शुरू हो चुका है. वचन पत्र समिति की सदस्य और कांग्रेस में संघठन मोर्चो की प्रभारी शोभा ओझा कहती हैं कि कांग्रेस सिर्फ एक जगह नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के हर जिला मुख्यालयों पर अलग-अलग तरह से वॉर रूम बनाकर चुनाव लड़ेगी. इस बार जो वचन पत्र बनाया जा रहा है, उसमें जनता के हित में कई बिंदु जोड़े गए हैं. जिसमें नारी सम्मान के रूप में बहनों के लिए 15 सौ रुपए महीने की सम्मान राशि, ₹500 में गैस सिलेंडर, 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली और ₹200 यूनिट तक हाफ बिल, इसके साथ ही कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देना भी कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में शामिल किया है. साथ ही संविदा शिक्षकों को नियमित करने की बात वचन पत्र में है. इसके साथ ही आशा उषा कार्यकर्ताओं और तमाम महिला कर्मचारियों जो कई सालों से संविदा के पद पर है उन्हें नियमित किया जाएगा. युवाओं के के लिए नए रोजगार के आयाम स्थापित होंगे,तो प्रदेश में किस तरह से इन्वेस्टमेंट आए इसको लेकर भी वचन पत्र में कई बिंदु जोड़े गए हैं.
हर व्यक्ति से संपर्क करेगी कांग्रेस: फिलहाल तो कांग्रेस ने अपने वॉर रूम से ही इस साल होने वाले विधानसभा के चुनाव को जीतने की पूरी प्लानिंग कर ली है. कांग्रेस का दावा है कि इसके माध्यम से वह आसानी से हर जिले, हर कस्बे में लोगों के बीच में पहुंचेगी. जिसके बाद व्यक्तिगत रूप से भी जाकर हर व्यक्ति से संपर्क किया जाएगा.