भोपाल। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इसको देखते हुए नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा है. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि "शिवराज इतनी घोषणाएं कर चुके हैं कि वे खुद भूल गए कि उन्होंने पहले क्या कहा था. पहले कहते थे हर माह एक लाख को रोजगार दूंगा, अब कह रहे हैं कि हर माह 10 लाख को रोजगार दूंगा. उनकी कोशिश है कि कैसे जनता को गुमराह किया जाए." उधर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि "जिनकी सवा साल सरकार की थी, वह रोते ही रहते थे कि पैसे नहीं हैं हमारे पास."
कमलनाथ ने साधा सरकार पर निशाना: पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आरोप लगाया कि "शिवराज सिंह इतनी घोषणाएं करते हैं कि वे खुद भूल जाते हैं कि उन्होंने पहले क्या कहा था. अब जैसे रोजगार के मुद्दे को ही ले लें. वे कहते थे अपने हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार दूंगा. हर माह 1 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा. अब कह रहे हैं कि हर माह 10 लाख को रोजगार दूंगा. वह खुद ही भूल गए कि क्या-क्या कहते रहते हैं. चुनाव नजदीक हैं इसलिए उनकी यह घोषणाएं चलती ही रहेंगी. यह बाज आने वाले नहीं हैं. वह सोचते हैं कि प्रदेश की जनता मूर्ख है. महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर दिए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि बीजेपी सभी चीजों में हमारी नकल कर रहे हैं. वे कितना ही नकल कर लें, लेकिन जनता जानती है कि यह सिर्फ 2 माह के मेहमान हैं."
शिवराज बोले कमलनाथ सरकार सिर्फ रोती रही: उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर पलटवार किया है. सीएम शिवराज ने कहा कि "राहुल गांधी के बारे में मैं क्या बोलूं ? वह तो पहिए वाला सूटकेस भी सिर पर रखकर चलते हैं. वो बताएंगे मध्यप्रदेश में सवा साल उनकी सरकार थी, तब उन्होंने क्या किया. रोते ही रहते थे पैसे नहीं है हमारे पास. अब हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है. हम रोज विकास का काम करते हैं. इनके आरोप गलत हैं. यह बौखलाए हुए हैं, खिसियाए हुए हैं. उनके यहां के लोगों पर जब छापा पड़ा था, तब बहुत कुछ मिला. दलालों का अड्डा बनाया था."