भोपाल। मध्यप्रदेश में सात माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार मंथन कर रही है. इसी के तहत 14 मार्च से शुरू होने जा रही बूथ विस्तारक अभियान 2.0 में उन बूथों पर खास ध्यान देने की योजना है, जहां बीजेपी को काफी कम वोट मिले. ऐसे बूथों की संख्या करीबन 18 हजार है. ऐसे बूथों की मॉनिटरिंग का काम बीजेपी पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा. प्रदेश में 65 हजार से ज्यादा बूथ हैं, जिसमें से बीजेपी ने 18 हजार बूथों पर अपना फोकस किया है. बीजेपी ने इन बूथों पर वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.
योजनाओं के जरिए पार्टी से जोड़ने की रणनीति : बीजेपी की योजना के मुताबिक कमजोर बूथों पर पार्टी से युवाओं को जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा. पार्टी का वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए टिकट के दावेदारों, क्षेत्र के पूर्व विधायकों और अन्य पदाधिकारियों को सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इन बूथों की तमाम जानकारियों पार्टी मुख्यालय तक अपडेट कराने के लिए कहा गया है. उधर, सरकार शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के 3 साल पूरे होने पर 23 मार्च को उत्सव मनाने जा रही है. 23 मार्च 2020 को कमलनाथ सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी थी.
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हितग्राहियों से सीधा संपर्क करेंगे : सरकार पिछले तीन सालों में सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ लेने वाले हितग्राहियों से सीधा संपर्क करेगी. वहीं लाड़ली बहना योजना को लेकर वार्ड और बूथ स्तर पर आवेदन भरवाने का काम किया जाएगा. इसके लिए बीजेपी कार्यकर्ता महिला हितग्राहियों तक पहुंचेगी और उनका फार्म भरवाने उन्हें संबंधित केन्द्र तक लेकर आएंगे. ऐसे हितग्राहियों के आवेदन के साथ उनकी सेल्फी भी लेकर अपलोड की जाएगी. सरकार ने तमाम विधायकों और मंत्रियों को योजना को लेकर जिला और पंचायत स्तर पर कार्यक्रम करने के निर्देष दिए हैं. मंत्रियों को उनके प्रभार वाले जिलों में लगातार इसकी समीक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.