भोपाल। सिंधिया समर्थक मंत्रियों की अनदेखी की शिकायत का असर बीजेपी की बैठक में देखने को मिली. केंद्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश को भोपाल आना पड़ा. बंद कमरे में सिंधिया समर्थक मंत्रियों को बुलाया गया और उनकी बात सुनी गई. हालांकि सूत्रो के मुताबिक सिंधिया समर्थक मंत्रियों के विवादों और भ्रष्टाचार को लेकर सह संगठन महामंत्री ने उनकी क्लास ली और उनका रिपोर्ट कार्ड सामने रख दिया.
बीजेपी कार्यसमिति की बैठक के दूसरे दिन सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों को बातचीत के लिए बंद कमरे में बुलाया. सिंधिया समर्थकों के बाहर निकलने के बाद जिस तरह के चेहरे थे, उनकी बॉडी लैंग्वेज को देखकर साफ लग रहा था कि सभी सिंधिया समर्थक मंत्रियों की जमकर क्लास ली गई है. सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों को बंद कमरे में हकीकत बताई.
संगठन को मिली रिपोर्ट मंत्रियों के सामने रखी: शिवप्रकाश ने बंद कमरे में मंत्रियों को बुलाकर सभी से उनके रिपोर्ट कार्ड के साथ-साथ उन पर जो आरोप आरोप लगे, उनका लेखा-जोखा मंत्रियों के सामने रख दिया. इतना ही नहीं शिवप्रकाश ने मोबाइल से कुछ वीडियो भी बताए जिसे देखने के बाद मंत्रियों के चेहरों की हवाइयां उड़ गईं और बाहर निकलने के बाद मंत्री मीडिया से बचते हुए नजर आए. पूछने के बावजूद भी सीधे चुप्पी साधकर अपने अपने बंगलों के लिए निकल पड़े.
सिंधिया समर्थकों के मंत्रियों की शिकायत: अजय जमवाल ने बीते दिन कार्यसमिति की बैठक में बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता जताई थी. आज सिंधिया के समर्थक मंत्रियों को बुला लिया जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. राजवर्धन दत्ती गांव को लेकर एक युवती ने बातें कही थीं. कांग्रेस लगातार जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के साथ-साथ परिवहन मंत्री गोविंद सिंह को लेकर जमकर मुखर दिखाई दी. परिवहन मंत्री गोविंद सिंह पर 50 एकड़ भूमि दबिश देकर लेने के आरोप लगे और साथ ही उनके विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर आरोप लगते रहे हैं. हाल ही में उद्योग मंत्री राजवर्धन दत्ती गांव को लेकर एक युवती ने होटल में हंगामा मचाया था. जिसमें उसने दत्तीगांव का नाम लिया था. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट किया कि मप्र बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने आज सिंधिया समर्थक मंत्रियो ंकी क्लास ली! किसी के जमीन हड़पने के ब्लैक एंड व्हाइट दस्तावेज, किसी की रंगीन सीडी, किसी का काला हवाला दिखाया! सभी के चेहरे के उड़े "
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तुलसी सिलावट पर कारम डैम को लेकर आरोप लगे: प्रदेश के धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत निर्माणाधीन बांध से पानी के रिसाव और मिट्टी गिरने के मामले में राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की गई थी. उन पर इस बांध परियोजना में घोटाले का आरोप लगाया गया और उसकी जांच करने की मांग भी की गई. दरअसल सिंधिया समर्थक मंत्री इस बात से नाराज हैं कि उनको पार्टी की तरफ से तवज्जो नहीं दी जाती. इसे लेकर मंत्रियों ने उनके आका ज्योतिरादित्य सिंधिया से शिकायत भी की थी. सूत्रों के मुताबिक सिंधिया ने इसे लेकर केंद्रीय हाईकमान से बातचीत की थी. जिसके बाद माना जा रहा है कि सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने इन मंत्रियों को अलग से सुना.स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी को लेकर कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो रहे हैं. वहीं गोविंद सिंह और तुलसी सिलावट पर उनके विभागों को लेकर लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आए. इनकी रिपोर्ट सरकार और संगठन तक पहुंची.
अंदर खाने की बात: दरअसल बीते दिनों सिंधिया समर्थकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से अपनी आपबीती सुनाई. जिसके बाद सिंधिया ने हाईकमान से कहा कि उनके खेमे के मंत्रियो को नजरअंदाज किया जाता है. जिसके बाद सह संगठन महामंत्री ने उनकी बात तो सुनी, लेकिन उनके सामने सारी हकीकत रख दी. सूत्रों के मुताबिक सिंधिया खेमे के मंत्रियों से जब पूछा गया कि इतने विवादों और भ्रष्टाचार को लेकर आप का नाम क्यों आ रहा है तो इन्होंने बताया कि किन मंत्रियों के कहने पर ये काम किए जा रहे हैं, इसके बाद बीजेपी खेमे में हलचल मचना तय माना जा रहा है.