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कांग्रेसी बने 48 घंटे भी ना बीता, 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर पद से हटाई गईं मेघा परमार

'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर मेघा परमार को उनके पद से हटा दिया गया है. कयास ये लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने 48 घंटे पहले कांग्रेस की सदस्यता ली थी जिसकी वजह से उन्हें उनको एंबेसडर पद से हाथ धोना पड़ा. इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

brand ambassador megha parmar removed
ब्रांड एंबेसडर मेघा परमार को हटाया गया
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Published : May 11, 2023, 5:08 PM IST

भोपाल। छिंदवाड़ा की मेघा ने एवरेस्ट फतह किया तो एमपी में जश्न मना. शिवराज सरकार ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर बना दिया. मगर अब अचानक यह खबर आई कि पर्वतारोही मेघा परमार एंबेसडर नहीं रहीं. उन्हे कैंपेन से हटा दिया गया है. दरअसल, मेघा परमार ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ली थी. अटकलें ये भी हैं की मेघा परमार इछावर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं. मेघा परमार से ब्रांड एंबेसडर का सम्मान लिए जाने के बाद इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. कंग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के मिश्रा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि "मेघा परमार का गुनाह ये है कि उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली."

megha parmar joins congress
पर्वतारोही मेघा परमार बच्चों के साथ

मेघा परमार अब ब्रांड एंबेसडर नहीं रहीं: महिला बाल विकास विभाग की ओर से जारी आदेश में लिखा गया है कि, 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के ब्रांड एंबेसडर को लेकर जो दिशा निर्देश जारी किए गए उनमें 10 मार्च 2021 से पूर्व जो भी ब्रांड एंबेसडर बनाए गए उन्हें उनके काम के दायित्व से मुक्त किया जाता है.' विभाग की ओर से कहा गया है कि इसी कड़ी में मेघा परमार को भी इस दायित्व से मुक्त किया गया है.

कांग्रेस की सदस्यता ली तो छिना सम्मान: अब पर्वतारोही मेघा परमान से ब्रांड एंबेसडर का काम और दायित्व वापस लेने से भी सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के मिश्रा ने कहा कि "असल में मेघा परमार ने 9 मई को पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में जो कांग्रेस की सदस्यता ली, उसी वजह से उन्हें ब्रांड एंबेसडर के कार्य दायित्व से मुक्त किया गया है. उन्होंने इसे सरकार की घटिया सोच बताया." मगर बीजेपी इसे मानने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी का कहना है कि महिला बाल विकास ने 2021 से पहले बनाए गए सभी ब्रांड एंबेसडर से सभी दायित्व वापस लिए हैं फिर सिर्फ मेधा के लिए आवाजें क्यों बुलंद हो रही हैं.

mp govt removes beti bachao beti padhao ambassador
मेघा परमार को हटाने का आदेश पत्र

ये भी खबरें पढ़ें...

  1. आखिर क्यों पर्वतारोही मेघा ने चढ़ी राजनीति की सीढ़ी, जानें असली वजह
  2. एवरेस्ट फतह के बाद सियासी मैदान में मेघा परमार, इस सीट से लड़ सकती हैं चुनाव

मेघा परमार ने किया 52 जिलों का दौरा: असल में मेघा परमार ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर रहते हुए ही मध्य प्रदेश के 52 जिलों का दौरा किया था. 300 से ज्यादा गांव तक पहुंचने के बाद मेघा परमार ने जो जमीनी हालात देखे उनके मुताबिक इसी के बाद उन्होंने खुद राजनीति के मैदान में आने का फैसला लिया. हालांकि ईटीवी भारत ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो सका. उन्होने व्यस्तता का हवाला दे फिलहाल इस मामले में किसी भी तरह का बयान देने से किनारा कर लिया.

भोपाल। छिंदवाड़ा की मेघा ने एवरेस्ट फतह किया तो एमपी में जश्न मना. शिवराज सरकार ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर बना दिया. मगर अब अचानक यह खबर आई कि पर्वतारोही मेघा परमार एंबेसडर नहीं रहीं. उन्हे कैंपेन से हटा दिया गया है. दरअसल, मेघा परमार ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ली थी. अटकलें ये भी हैं की मेघा परमार इछावर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं. मेघा परमार से ब्रांड एंबेसडर का सम्मान लिए जाने के बाद इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. कंग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के मिश्रा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि "मेघा परमार का गुनाह ये है कि उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली."

megha parmar joins congress
पर्वतारोही मेघा परमार बच्चों के साथ

मेघा परमार अब ब्रांड एंबेसडर नहीं रहीं: महिला बाल विकास विभाग की ओर से जारी आदेश में लिखा गया है कि, 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के ब्रांड एंबेसडर को लेकर जो दिशा निर्देश जारी किए गए उनमें 10 मार्च 2021 से पूर्व जो भी ब्रांड एंबेसडर बनाए गए उन्हें उनके काम के दायित्व से मुक्त किया जाता है.' विभाग की ओर से कहा गया है कि इसी कड़ी में मेघा परमार को भी इस दायित्व से मुक्त किया गया है.

कांग्रेस की सदस्यता ली तो छिना सम्मान: अब पर्वतारोही मेघा परमान से ब्रांड एंबेसडर का काम और दायित्व वापस लेने से भी सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के मिश्रा ने कहा कि "असल में मेघा परमार ने 9 मई को पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में जो कांग्रेस की सदस्यता ली, उसी वजह से उन्हें ब्रांड एंबेसडर के कार्य दायित्व से मुक्त किया गया है. उन्होंने इसे सरकार की घटिया सोच बताया." मगर बीजेपी इसे मानने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी का कहना है कि महिला बाल विकास ने 2021 से पहले बनाए गए सभी ब्रांड एंबेसडर से सभी दायित्व वापस लिए हैं फिर सिर्फ मेधा के लिए आवाजें क्यों बुलंद हो रही हैं.

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मेघा परमार को हटाने का आदेश पत्र

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