भोपाल। मई के आखिर तक केरल के दक्षिणी पश्चिमी तट से मानसून टकरा सकता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसकी सूचना दी है. जैसा की ज्ञात हो या तूफान के कारण पहले से ही मानसून जैसी स्थिति बनी है. यदि 1 जून तक मॉनसून का आगमन भारत में हो रहा है तो यह समय से पहले ही माना जायेगा.
कहां पहुंचा है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार मालदीप-कोमोरिन क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में मॉनसून तेजी से आगे बढ़ा है और बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गया है. विभाग ने बताया कि इसे दक्षिणी पूर्व और पूर्व मध्य क्षेत्रों तक पहुंचने की संभावना है.
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पिछले 24 घंटे में दक्षिण भारत में मूसलाधार बारिश
केरल के तट और अन्य इलाकों में इस सप्ताह के शुरुआत से ही मध्यम से तेज वर्षा देखने को मिली है. जो मानसून के लिए अनुकूल है. वहीं, एर्नाकुलम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, समेत दक्षिण के अन्य जिलों में 24 घंटे तक लगातार वर्षा दर्ज की गई है. जबकि, तिरुवंतपुरम में 115 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.
प्री-मानसून गतिविधियां हुई तेज
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट की माने तो पश्चिमी हवाएं काफी मजबूत हो चुकी है. जिसके कारण प्री-मानसून गतिविधियां दक्षिण भारत में बढ़ गई हैं. रिपोर्ट की माने तो दक्षिण भारत के कई हिस्सों में 31 मई तक अच्छी बारिश देखने को मिलेगी और मानसून का आगमन हो जायेगा. इस दौरान मुंबई व आसपास के इलाकों में भी बारिश गतिविधियां बढ़ सकती है.