भोपाल। सिंधिया समर्थक मंत्रियों को विभीषण कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस मामले में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Dr Govind Singh) का बयान आया है. (Mission MP 2023 Saal Chunavi hai) डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि, जिन्हें मंच से विभीषण कहकर बेइज्जत किया जा रहा है आगे आगे देखिए बीजेपी में उनकी क्या दुर्दशा होती है. सिंधिया समर्थक विधायक यूं भी कांग्रेस के निशाने पर रहते हैं, लेकिन विभीषण की उपमा ने तो कांग्रेस को इन्हें घेरने का नया मौका दे दिया.
क्या कहा है नेता प्रतिपक्ष ने: डॉ. गोविंद सिंह ने अपने बयान में कहा कि पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया को विभीषण कह दिया था. अब उनकी पार्टी के प्रदेश प्रभारी मंच से सार्वजनिक रुप से सिधिया सरकार के मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया और प्रदुम्न सिंह तोमर को विभीषण बता रहे हैं. इन विधायकों का अब बीजेपी मे सार्वजनिक मंच से अपमान हो रहा है. ये बता रहा है कि बीजेपी में इन नेताओं की क्या दशा है. अभी तो शुरुआत है. आगे आगे देखिए कि इनकी क्या हालत होती है बीजेपी में. डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि अब ये विभीषण छटपटाएंगे और बीजेपी से बाहर आने की कोशिश करेंगे.
तब शिवराज ने सिंधिया को कहा था विभीषण: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब बीजेपी की सदस्यता ली उसके बाद भोपाल में हुए स्वागत समारोह में सीएम शिवराज ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को विभीषण कह दिया था. असल में शिवराज सिंधिया के संदर्भ में ही बात कर रहे थे और कमलनाथ और सिंधिया का फर्क बता रहे थे. उन्होंने कमलनाथ को रावण और सिंधिया को विभीषण कह दिया था. शिवराज ने कहा था कि, किस तरह भगवान राम ने विभीषण का सहारा लेकर लंका पर विजय प्राप्त की थी. शिवराज ने कहा था कि 'अगर लंका पूरी तरह जला दी हो तो विभीषण की जरूरत होती है. अब तो सिंधिया जी भी हमारे साथ है. तब शिवराज सिंह चौहान के भाषण पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी चुटकी ली थी. कांग्रेस ने पूछा था कि शिवराज जी नवागत बीजेपी नेता सिंधिया को विभीषण बता रहे हैं, पहले अंग्रेजों का साथी और अब रावण का भाई..? शिवराज जी, सम्मान देने लाए थे, या बदला लेने..?