भोपाल। दो दिन पहले राजधानी भोपाल के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने की घटना के बाद आज चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग हमीदिया अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अपने निरीक्षण में कई विभागों की मशीनों का भी जायजा लिया.
मशीनों के रखरखाव के लिए बनाया जाएगा प्रॉपर चैनल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने निरीक्षण के बाद बताया कि हम नहीं चाहते कि पिछले दिनों हुई घटना दोबारा से हो, इसलिए आज हमने विभागों की मशीनों का निरीक्षण किया है. हमने यह तय किया है कि मशीनों के रखरखाव के लिए हर मशीन पर एक ऑडिट नोट लगाया जाएगा, जिसमें खरीदी की तारीख, सर्विसिंग की तारीख और अगली सर्विसिंग कब है इसकी तारीख लिखी रहेगी, ताकि समय-समय पर मशीनों का मेंटनेंस हो सकें. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि अगर मशीनों के रखरखाव में कोई एजेंसी लगी है और उसका कांट्रेक्ट एक साल का है तो उसे विभाग के विभागाध्यक्ष देखेंगे. मशीनों के रखरखाव के लिए एक प्रॉपर चैनल बनाया जाएगा. हर विभाग में जितनी मशीनें मौजूद हैं उस विभाग के एचओडी उसके रखरखाव की जिम्मेदारी लेंगे.
हमीदिया के कोविड वार्ड की बत्ती गुल, अफरा-तफरी के बीच गई तीन जान
मरीजों से लिया जाएगा फीडबैक
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम अस्पताल में एक नई व्यवस्था ला रहे हैं. एमएसडब्ल्यू विभाग समय-समय पर अस्पताल में निरीक्षण करेगा और मरीजों से व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लेगी. अगर अडेन्ट को कही कोई दिक्कत है तो डीन और अधीक्षक को इसकी जानकारी देना होगा.
बिजली गुल से नहीं थी मौतें
बता दें दो दिन पहले शाम को हमीदिया अस्पताल की बिजली गुल हो गई थी. उसी रात कोरोना के तीन मरीजों की मौत हो गई थी. अस्पताल प्रबंधन रिपोर्ट में लाइट के कारण से मौत होने से इंकार कर चुका है. उनका कहना है कि बैकअप की पूरी व्यवस्था थी. मौत लाइट जाने कारण नहीं हुई है. शनिवार दोपहर सारंग ने मीडिया को जानकारी देते हुए अस्पताल प्रबंधन की रिपोर्ट का खुलासा किया था.
ये था मामला
बताया गया था बीते शुक्रवार हमीदिया अस्पताल के कोविड ब्लॉक की बिजली जाने पर वहां के जनरेटर ने काम नहीं किया और इसी बीच 3 मरीजों की मौत हो गई थी.
इस पूरी घटना में जनरेटर का रखरखाव करने वाले सब इंजीनियर को दोषी पाया गया है और उसे बर्खास्त कर दिया गया है.
घटना वाले दिन क्या बोले थे मंत्री सारंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बिजली गुल होने के मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उनका कहना था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिविजनल कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं. हमीदिया अस्पताल में बिलजी सप्लाई करने का थ्री टियर सिस्टम है. पहला MPEB का और दूसरा जनरेटर का और अगर जनरेटर बंद हो जाए तो मशीन के द्वारा बिजली आपूर्ति की जाती है. जिसका दो घंटे तक का बैकअप है, अस्पताल की लाइट एक घंटे गई थी. उस वक्त बिजली आपूर्ति की जा सकती थी.