भोपाल। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) जिस तरह से काम कर रहे हैं, ऐसा लगता है वे पाकिस्तान (Pakistan) के स्लीपर सेल हैं, और आईएसआई (ISI) के एजेंट की तरह वह काम कर रहे हैं. यह आरोप चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Minister Vishwas Sarang) ने लगाए हैं. दिग्विजय सिंह के उज्जैन घटना में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों को काजी जिंदाबाद के नारे बोलने पर विश्वास ने यह बयान दिया है. वहीं मंत्री सारंग का कहना है कि इंदौर में जो घटना हुई है उसमें रिएक्शन पर तो ध्यान है की पिटाई हुई, लेकिन एक्शन पर किसी का ध्यान नहीं कि इसके पीछे क्या कारण है.
व्यक्ति के पास मिले दो आईडी प्रूफ
दिग्विजय सिंह की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान
सिंह ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा है कि वहां पाकिस्तान नहीं काजी जिंदाबाद के नारे लगे हैं. ऐसे में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस मामले में दिग्विजय सिंह की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान लगाए हैं. विश्वास ने आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह जैसा काम कर रहे हैं. उसे देखकर ऐसा लगता है कि जैसे वह पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट या फिर स्लीपर सेल हैं.
मंत्री सारंग ने सीधे तौर पर दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए सवाल किया है कि दिग्विजय सिंह ने जो बयान दिया है क्या वह उनका कांग्रेस का आधिकारिक बयान है. इस पर कांग्रेस पार्टी को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए. दिग्विजय सिंह का बयान अगर सही है तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी को इस पर आगे आकर बात रखनी चाहिए. उनकी एक्टिविटी पर नजर रखी जानकी चाहिएच. साथ ही उनपर देशद्रोह का मुकदमा भी चलना चाहिए.
इंदौर मामले सारंग का बयान
मंत्री ने कहा कि अगर कोई अपनी पहचान छिपा रहा है, तो यह गंभीर मामला है. बात यह नहीं कि उसकी पिटाई हुई. बात यह कि उसके पास दो पहचान पत्र कैसे आए. उन्होंने कहा की व्यक्ति की नाम बदलने के मामले में जांच होनी चाहिए. यह मुद्दा धर्म का नहीं, देश का मुद्दा है. इसके अलावा बीजेपी विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भी दिग्विजय सिंह पर हमला बोला है. शर्मा का कहना है कि दिग्विजय सिंह जिस तरह की बातें करते हैं. वह आतंकियों के प्रवक्ता के रूप में बात करते हैं. अब यह कांग्रेस वह कांग्रेस नहीं रही. यह तो नेहरू और जिन्ना से लेकर अभी तक सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति करने वाली कांग्रेस है.