भोपाल। मध्यप्रदेश में ताप विद्युत गृह लगाने में मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार का योगदान है जिन्होंने ताप विद्युत गृह के लिए कोल लिंकेज कराई और कभी कोयला की कमी नहीं आने दी, यह बात ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कही. दरअसल ताप विद्युत गृह लगाने में पूर्व की बीजेपी सरकार को श्रेय न देने का आरोप लगाते हुए विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया था.
दरअसल, विधानसभा में शनिवार को ऊर्जा विभाग की बजट अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह अपना जवाब पेश कर रहे थे, जहां विपक्ष ने प्रदेश में विद्युत उत्पादन में सुधार के लिए पूर्व की बीजेपी सरकार के योगदान को भूल जाने का आरोप लगाया.
वहीं विपक्ष के आरोपों पर चर्चा करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आज विपक्ष अपने कार्यकाल में ताप विद्युत गृह लगाने का श्रेय लेना चाह रहा है, लेकिन मैं पूछता हूं कि इन ताप विद्युत गृहों को कोल लिंकेज कहां से मिली, इसके लिए मैं मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार को धन्यवाद देता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह लोग कांग्रेस की सरकार पर कोयला घोटाले का आरोप लगाते हैं, लेकिन मनमोहन सरकार ने 10 साल तक मध्यप्रदेश में कोयले की कमी नहीं आने दी.
ऊर्जा मंत्री पूर्व की सरकार की नीति को दोषपूर्ण बताते हुए कहा कि हमने इंदिरा गृह ज्योति योजना से उन संबल हितग्राहिओं को बाहर कर दिया है, जो 100 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च कर रहे थे क्योंकि सरकार का खजाना लुटाने के लिए नहीं है, बल्कि उपेक्षित और कमजोर वर्ग के लोगों को फायदा देने के लिए है. अब हम इंदिरा गृह ज्योति योजना को संबल से डिलिंक और नए स्वरूप में लाकर सही लोगों को लाभ देने का प्रयास किया जाए.