भोपाल। जिला योजना समिति की बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह और भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बीच जमकर बहस हुई. बहस इतनी बढ़ गई कि बैठक में मौजूद अन्य नेताओं ने दोनों नेताओं को शांत करवाया. दोनों नेताओं को बीच बहस से कुछ देर के लिए बैठक में माहौल गर्माया रहा.
भोपाल में आयोजित हुई जिला योजना समिति की बैठक में देश के सबसे विवादित मसले अयोध्या के राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर प्रस्ताव भी पास हुआ. बैठक में अयोध्या केस में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अमन चैन बनाए रखने के लिए प्रस्ताव लाया गया था. ताकि फैसला किसी के भी पक्ष में आए लेकिन भोपाल में अमन चैन बरकरार रहे.
बैठक में विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पिछले 15 सालों से बीजेपी की सरकार ने भोपाल की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. लेकिन कांग्रेस की सरकार अगले तीन महीने में साल 2031 तक के लिए मास्टर प्लान लाने जा रही है. हालांकि बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने के मामले में खुद प्रभारी मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया है.
बीजेपी कांग्रेस के सभी सदस्यों ने एकमत होकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आरिफ अकील ने कहा कि भले फैसला किसी के भी तरफ आए लेकिन भोपाल की गंगा जमुनी तहजीब पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बने या फिर मस्जिद भोपाल और मध्यप्रदेश की शांति बनी रहेगी. प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह ने बताया कि भोपाल के मास्टर प्लान को लेकर सभी सदस्यों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है.