भोपाल। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश के 12 जिलों में जहां अलर्ट जारी किया गया है, वहीं विधायक ही कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. विधानसभा सत्र के दौरान कई विधायक बिना मास्क के ही विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे. हालांकि जब उनसे इसको लेकर सवाल किया गया तो इस पर उन्होंने अपने-अपने तर्क दिए.
कई विधायक बिना मास्क के पहुंचे माननीय
कोरोना के बढ़ते केसे के बाद भी कई माननीय मास्क को लेकर लापरवाह नजर आ रहे हैं. मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे कई विधायक बिना मास्क थे. इंदौर से विधायक और महापौर मालिनी गौण भी बिना मास्क के विधानसभा पहुंची, जबकि इंदौर में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह ने मास्क न लगाने पर कहा कि उन्हें कुछ दिन पहले ही कोरोना हुआ था, इसलिए अब अगले तीन माह तक उन्हें कोरोना नहीं हो सकता.
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जबकि अम्बाह से विधायक सत्यप्रकाश सिकरवार को कैमरा देखकर मास्क की याद आई. लिहाजा उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों से मास्क मांगकर लगाया. जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मास्क गाड़ी में ही छूट गया था. मऊगंज रीवा से विधायक प्रदीप पटेल सवाल सुनकर यह कहते हुए चले गए कि मास्क लगा रहे हैं.
अजय विश्नोई ने मानी गलती
मास्क न लगाए जाने को लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई न अपनी गलती मानी. उन्होंने कहा कि कोराना से बचाव के लिए सभी को मास्क लगाना चाहिए. उधर पर्यटन और संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने तर्क दिया कि जब भी कोई पास आता है तो वे गमछे से मुंह ढंक लेती हैं. इसके अलावा वे हर रोज हवन, पाठ और शंख नाद करती हैं.
गोविंद सिंह बोले सभी को लगाना चाहिए मास्क
उधर मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सिर्फ मास्क ही एक उपाए है. इसका पालन सभी विधायकों को भी करना चाहिए.