दिल्ली। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद से ही भाजपा ने सरकार गठन की कवायद तेज कर दी है. इसको लेकर दिल्ली से लेकर भोपाल तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है. एक ऐसी ही बैठक दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर हुई, जिसके बाद मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री को लेकर कयासों का दौर चर्चा में आया है.
इस बैठक में मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत बीजेपी के कई नेता शामिल हुए. बताया जा रहा है कि दिल्ली में हुई इस बैठक में मध्य प्रदेश में सरकार गठन को लेकर रणनीति बनाई गई. सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल गठन को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई. इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस के साथ बातचीत करते हुए कहा कि जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वे सभी आगामी दिनों में होने वाले चुनाव में जीतेंगे.
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार के जाने से प्रदेश की जनता खुश है. कमलनाथ सरकार की नीतियां सिर्फ शराबखोरी बढ़ाने और तबादला उद्योग चलाने की रहीं हैं. वहीं जब राकेश सिंह से सीएम के नाम पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.
इससे पहले सिंधिया ने कमलनाथ के इस्तीफे के बाद ट्वीट कर कहा था, "मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है. हम जनता का विश्वास हासिल कर दोबारा से जनसेवा के पथ पर चलेंगे."
इससे पहले शुक्रवार सुबह ही विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर चल रही सियासत के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था. इसके बाद ही मध्य प्रदेश में 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिर गई. इस बीच, भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक शनिवार को होगी. जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग सकती है.