भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार गांजे की खेती को वैध करने की तैयारी में है. अब अफीम की खेती जिस तरह से की जाती है, वैसे ही हर साल गांजे की खेती के लिए लाइसेंस मिलेगा. बताया जा रहा है कि सरकार 1200 करोड़ रुपए का निवेश भी करेगी.
देश के अधिकतर राज्यों में गांजे की खेती पर प्रतिबंध है, सरकार के इस प्रस्ताव पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि जो खेती की इजाजत देने की तैयारी सरकार कर रही है, वो गांजा नहीं, हैंप की खेती है और इसकी इजाजत सिर्फ मध्यप्रदेश में नहीं बल्कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी है. मंत्री ने कहा कि इसका इस्तेमाल कैंसर की दवा के लिए किया जाएगा.
मंत्री पीसी शर्मा ने ये भी कहा कि गांजे का इस्तेमाल कपड़ा बनाने में भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कई जगह इसकी खेती होगी, लेकिन इसका खाने-पीने में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.