भोपाल। मध्यप्रदेश में बाढ़ और कीट व्याधि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए जल्द ही मंत्रियों और अधिकारियों का दल दिल्ली जाएगा और सहायता राशि के लिए मंत्रियों मंत्रियों से मिलेगा. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में बाढ़ से हुए फसलों की नुकसान की समीक्षा की. इस दौरान कहा कि किसानों को उनकी खराब हुई फसल का मुआवजा दिलाया जाएगा.
लगभग 40 लाख हेक्टेयर में क्षति, 4000 करोड़ रुपए संभावित मुआवजा
प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा फसलों की 33 प्रतिशत या अधिक क्षति होने पर मुआवजा दिया जाता है. प्रदेश में बाढ़ एवं कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं, जिनके लिए लगभग 4000 करोड़ रुपए का मुआवजा संभावित है. गत वर्ष प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुई थीं तथा किसानों को 2000 करोड़ रुपए का मुआवजा वितरित किया गया.
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फसलों की क्षति का सर्वे कार्य पूर्ण
प्रदेश में फसलों को हुई क्षति का सर्वे कार्य पूर्ण हो गया है. इस संबंध में केंद्र सरकार का दल भी प्रदेश आया था, जो सर्वे कर वापस चला गया है. मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि केंद्रीय सर्वे दल ने फसलों की क्षति के सर्वे के दौरान प्रदेश में रिकॉर्ड कीपिंग के कार्य को परफेक्ट माना.
केंद्र सरकार से 2487 करोड़ रुपए की मांग
प्रदेश में बाढ़ एवं कीट से फसलों का 39 लाख 95 हजार हेक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ है. इसमें से 37 लाख हेक्टेयर रकबे में 33 प्रतिषत से अधिक नुकसान हुआ है. केंद्र सरकार से 34 लाख 87 हजार हेक्टेयर रकबे में फसलों को हुए नुकसान के लिए 2487 करोड़ 21 लाख रुपए की सहायता राशि की मांग की गई है.
प्रदेश में कीट से फसल क्षति
प्रदेष में टिड्डी दल और अन्य कीट से 29.73 लाख हेक्टेयर फसलों को नुकसान हुआ है. इससे प्रदेष के 25 जिले प्रभावित हुए हैं, इसके लिए 1829 करोड़ रुपए की केन्द्र से सहायत मांगी गई है. इसी तरह बाढ़ से 10.22 लाख हेक्टेयर की फसलों को नुकसान पहुंचा है. इसके लिए 657.90 करोड़ रुपए की सहायता मांगी गई है.