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MP स्टेट साइबर पुलिस को देश में मिला दूसरा स्थान, NCRB ने किया चयन - MP स्टेट साइबर पुलिस

राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो NCRB ने सायबर क्राइम से जुड़ी 100 से अधिक केस स्टडी का अध्ययन करने के बाद पुरस्कारों की घोषणा की है. इसमें मध्यप्रदेश को देश में दूसरा स्थान मिला है. मध्यप्रदेश साइबर पुलिस को पूरे देश मे दूसरा स्थान मिलने इस प्रकार के अपराधों को सुलझाने में अब पुलिस का उत्साह और बढ़ेगा. MP State Cyber ​​Police, MP Cyber ​​Police prize, second place in country, NCRB selected

Madhya Pradesh State Cyber ​​Police
MP स्टेट साइबर पुलिस को देश में मिला दूसरा स्थान
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Published : Sep 1, 2022, 5:58 PM IST

Updated : Sep 1, 2022, 8:11 PM IST

भोपाल। एडीजी साइबर क्राइम योगेश देशमुख ने बताया कि सायबर जोन इंदौर में आवेदक पीयूष सिंह द्वारा बताया गया कि Crypto Based प्रोडक्ट के Client रियोत केशी कुबो, जापान द्वारा 6 करोड़ 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के बाद मामले को विवेचना में लिया गया. जांच में जापान के Client के लिए आवेदक की कंपनी ने मुख्यतः 03 प्रोडक्ट्स बनाये. इन प्रोडक्ट्स का उपयोग करके कोई भी उपयोगकर्ता अपना डिजिटल वालेट बना सकता था. इस डिजिटल वालेट में क्रिप्टो करेंसी स्टोर कर सकता था.

Cyber Fraud: महिला अधिकारी से 27 लाख की ठगी, ब्रिटेन का डॉक्टर बनकर जाल में फंसाया, फिर वसूले पैसे

ऐसे फंसाते थे लोगों को : इसके साथ ही उपयोगकर्ता को रिवॉर्ड और बोनस मिलता था. जो हर दिन कंपनी के डिजिटल अकाउंट में क्रेडिट होता था. सागर निवासी संतोष गोस्वामी इस कंपनी में पूर्व में करता था, उसी इस वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में साइबर पुलिस ने संदीप गोस्वामी को हिरासत में लिया. आरोपी ने आवेदक के जापानी Client के प्रोडक्ट में फर्जी यूजर बना दिये और उनमें एपीआई के द्वारा क्रिप्टों का फर्जी इंवेस्टमेंट दिखाया, जिससे आरोपी को भी प्रतिदिन रिवार्ड मिलने लगे. MP State Cyber ​​Police, MP Cyber ​​Police prize, second place in country, NCRB selected

भोपाल। एडीजी साइबर क्राइम योगेश देशमुख ने बताया कि सायबर जोन इंदौर में आवेदक पीयूष सिंह द्वारा बताया गया कि Crypto Based प्रोडक्ट के Client रियोत केशी कुबो, जापान द्वारा 6 करोड़ 70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के बाद मामले को विवेचना में लिया गया. जांच में जापान के Client के लिए आवेदक की कंपनी ने मुख्यतः 03 प्रोडक्ट्स बनाये. इन प्रोडक्ट्स का उपयोग करके कोई भी उपयोगकर्ता अपना डिजिटल वालेट बना सकता था. इस डिजिटल वालेट में क्रिप्टो करेंसी स्टोर कर सकता था.

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ऐसे फंसाते थे लोगों को : इसके साथ ही उपयोगकर्ता को रिवॉर्ड और बोनस मिलता था. जो हर दिन कंपनी के डिजिटल अकाउंट में क्रेडिट होता था. सागर निवासी संतोष गोस्वामी इस कंपनी में पूर्व में करता था, उसी इस वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में साइबर पुलिस ने संदीप गोस्वामी को हिरासत में लिया. आरोपी ने आवेदक के जापानी Client के प्रोडक्ट में फर्जी यूजर बना दिये और उनमें एपीआई के द्वारा क्रिप्टों का फर्जी इंवेस्टमेंट दिखाया, जिससे आरोपी को भी प्रतिदिन रिवार्ड मिलने लगे. MP State Cyber ​​Police, MP Cyber ​​Police prize, second place in country, NCRB selected

Last Updated : Sep 1, 2022, 8:11 PM IST
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