भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार फिर मध्य प्रदेश के चर्चित परिवहन घोटाले को लेकर अंदेशा जताया है, कि ये घोटाला एक गंभीर मसला हो सकता है. उमा भारती ने कहा कि "अब ये इसकी जांच में लगी एजेंसियों की जवाबदारी है. ये उनकी परीक्षा की घड़ी है कि वे बात यही खत्म कर देते हैं या फिर असली अपराधियों को पकड़कर उन्हें कठिन से कठिन सजा दिलवाते हैं."
उमा भारती का अंदेशा ये घोटाला गंभीर मसला
उमा भारती ने ट्वीट करके एक बार फिर मध्य प्रदेश के चर्चित परिवहन घोटाले को लेकर अंदेशा जताया है. उमा भारती ने कहा है कि "चेक पोस्ट घोटाले के आरोपी पकड़े गए हैं. अगर जांच में कहीं ये सही साबित होता है कि इन्होंने अकेले ही यह घोटाले किए हैं, तो फिर गहराई में जाने पर ये घोटाला गंभीर मसला हो सकता है. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं.
उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है. अब उन जांच एजेसियों के लिए ये परीक्षा की घड़ी है कि वे यह बात यहीं खत्म कर देते हैं, या गहराई में जाकर असली अपराधियों को पकड़ कर प्रमाण जुटा कर उन्हें कठोर दंड दिला देते हैं.
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अधिकारियों नेताओं की सोचिए
इसके पहले उमा भारती ने कहा कि जिस घोटाले में सिपाही करोड़ों बनाकर ले गया. उसमें अधिकारियों और नेताओं की तो सोचिए. उमा ने कहा कि मुझे तो ये व्यापम से भी बड़ा मामला बनता दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा था कि सौरभ शर्मा तो इस मामले में चूहा है, बिल से अजगर का बाहर आना तो अभी बाकी है. उमा भारती ने कहा कि 2003 में जो बिल था, परिवहन में वो बिल चूहे का बिल था, लेकिन वो लगातार गहराता गया. उस गहरे होते गए बिल से अभी सौरभ शर्मा निकला है अभी अजगर निकलना तो बाकी है. उन्होंने कहा था कि वे इस सिस्टम को सुधारने की कोशिश कर रहीं थीं, लेकिन तब तक वे सत्ता में ही नहीं रही.