भोपाल। जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव एम गोपाल रेड्डी प्रदेश के अगले मुख्य सचिव हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि इसके पहले उन्हें मंत्रालय में ओएसडी बनाया जाएगा, जिसके आदेश जल्द जारी किए जाएंगे. मुख्य सचिव एसआर मोहंती 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
1982 बैच के आईएएस अधिकारी एसआर मोहंती ने 31 दिसंबर 2018 को मुख्य सचिव का कार्यभार संभाला था. मुख्य सचिव की दौड़ में 1985 बैच के अधिकारी एम गोपाल रेड्डी का नाम सबसे ऊपर है. कमलनाथ के सीएम बनने के बाद गोपाल रेड्डी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मध्यप्रदेश वापस लाया गया था.
वरिष्ठता क्रम में इकबाल सिंह बैंस, प्रभांशु कमल, दीपक खांडेकर, राधेश्याम जुलानिया भले ही गोपाल रेड्डी से ऊपर हों, लेकिन सीएम की गुड बुक में गोपाल रेड्डी सबसे ऊपर हैं. गोपाल रेड्डी छिंदवाड़ा में कलेक्टर भी रह चुके हैं.
हालांकि गोपाल रेड्डी का रिटायरमेंट सितंबर में है, लेकिन माना जा रहा है कि अगर गोपाल रेड्डी मुख्य सचिव बने तो नगरीय निकाय चुनाव के बहाने सरकार उन्हें 6 महीने का एक्सटेंशन दिला सकती है. वैसे 1983 और 1985 बैच के कई अफसर मुख्य सचिव की दौड़ में हैं, लेकिन अपनी पसंद के अफसर को सीएस बनाने के लिए वरिष्ठता को दरकिनार करना कोई नई बात नहीं है. शिवराज सरकार ने भी 1982 बैच के एसआर मोहंती को दरकिनार कर 1984 बैच के बीपी सिंह को मुख्य सचिव बनाया था.
एसआर मोहंती जाएंगे विद्युत नियामक आयोग
राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष की दौड़ में मुख्य सचिव एसआर मोहंती भी हैं. उनका आयोग का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है, हालांकि इस दौड़ में अपर कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभांशु कमल के साथ संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान पीसी मीणा, राकेश अग्रवाल और मनोज कुमार गोयल के नाम भी शामिल हैं. एसआर मोहंती को इस पद के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. वे 31 मार्च 2020 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.