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80 हजार रुपए की रिश्वत लेते आयुष विभाग का बाबू गिरफ्तार - AYUSH department

अनुकंपा नियुक्ति के एवज में डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगने वाले आयुष विभाग के बाबू को लोकायुक्त की टीम ने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है.

Lokayukta arrested Babu of AYUSH department for taking bribe of 80 thousand rupees
आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव
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Published : Feb 4, 2021, 4:23 PM IST

Updated : Feb 4, 2021, 7:57 PM IST

भोपाल। लोकायुक्त की टीम ने अनुकंपा नियुक्ति के बदले रिश्वत के लिए ब्लैकमेल करने वाले आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव को गिरफ्तार किया कर लिया है. टीम ने आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव को 80 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. बाबू ने शिकायतकर्ता गौरव साकरे से अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर डेढ़ लाख की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद शिकायतकर्ता बतौर पहली किस्त 80 हजार रुपए लेकर बाबू के पास पहुंचा था.

Lokayukta arrested Babu of AYUSH department for taking bribe of 80 thousand rupees
आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव

हर महीने में देना थी 3 हजार रूपए की किश्त

शिकायतकर्ता गौरव साकरे से बाबू सुनील नामदेव ने सौदा किया था कि, 80 हजार रूपए एकमुश्त देना है. इसके बाद 70 हजार रूपए हर महीने 3-3 हजार रूपए की किश्त में देना है. इसके लिए बाबू ने गौरव साकरे पर दबाव बनाकर उसे एक लाख रूपए का पर्सनल लोन लेने के लिए भी मजबूर किया.

गारंटी के तौर पर लिए थे तीन चेक

आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव ने गौरव से गारंटी के तौर पर तीन चेक लिए थे और उसे धमकी भी दी थी कि अगर उसने रिश्वत की रकम नहीं दी तो चेक का गलत इस्तेमाल कर उसे पुलिस केस में फंसा देगा.

Lokayukta arrested Babu of AYUSH department for taking bribe of 80 thousand rupees
लोकायुक्त की टीम

लोकायुक्त ने बनाया प्लान

एक लाख का लोन अप्रूव होने के बाद ही 80 हजार रूपए बाबू को देना तय किया गया था, लेकिन फरियादी ने इससे पहले ही लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी, जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने 80 हजार रुपए के नोटों पर केमिकल लगाकर फरियादी को बाबू के पास भेजा था.

2019 में मिल गई थी नियुक्ति

गौरव साकरे के पिता का निधन साल 2009 में हुआ था, जिसके बाद उसे साल 2019 में आयुष विभाग में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी. नौकरी मिलने के बाद गौरव साकरे को शिवाजी नगर डिस्पेंसरी में पोस्टिंग मिली थी, लेकिन बाबू सुनील नामदेव लगातर उस पर रिश्वत के रूपए देने का दबाव बना रहा था.

भोपाल। लोकायुक्त की टीम ने अनुकंपा नियुक्ति के बदले रिश्वत के लिए ब्लैकमेल करने वाले आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव को गिरफ्तार किया कर लिया है. टीम ने आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव को 80 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. बाबू ने शिकायतकर्ता गौरव साकरे से अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर डेढ़ लाख की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद शिकायतकर्ता बतौर पहली किस्त 80 हजार रुपए लेकर बाबू के पास पहुंचा था.

Lokayukta arrested Babu of AYUSH department for taking bribe of 80 thousand rupees
आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव

हर महीने में देना थी 3 हजार रूपए की किश्त

शिकायतकर्ता गौरव साकरे से बाबू सुनील नामदेव ने सौदा किया था कि, 80 हजार रूपए एकमुश्त देना है. इसके बाद 70 हजार रूपए हर महीने 3-3 हजार रूपए की किश्त में देना है. इसके लिए बाबू ने गौरव साकरे पर दबाव बनाकर उसे एक लाख रूपए का पर्सनल लोन लेने के लिए भी मजबूर किया.

गारंटी के तौर पर लिए थे तीन चेक

आयुष विभाग के बाबू सुनील नामदेव ने गौरव से गारंटी के तौर पर तीन चेक लिए थे और उसे धमकी भी दी थी कि अगर उसने रिश्वत की रकम नहीं दी तो चेक का गलत इस्तेमाल कर उसे पुलिस केस में फंसा देगा.

Lokayukta arrested Babu of AYUSH department for taking bribe of 80 thousand rupees
लोकायुक्त की टीम

लोकायुक्त ने बनाया प्लान

एक लाख का लोन अप्रूव होने के बाद ही 80 हजार रूपए बाबू को देना तय किया गया था, लेकिन फरियादी ने इससे पहले ही लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी, जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने 80 हजार रुपए के नोटों पर केमिकल लगाकर फरियादी को बाबू के पास भेजा था.

2019 में मिल गई थी नियुक्ति

गौरव साकरे के पिता का निधन साल 2009 में हुआ था, जिसके बाद उसे साल 2019 में आयुष विभाग में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी. नौकरी मिलने के बाद गौरव साकरे को शिवाजी नगर डिस्पेंसरी में पोस्टिंग मिली थी, लेकिन बाबू सुनील नामदेव लगातर उस पर रिश्वत के रूपए देने का दबाव बना रहा था.

Last Updated : Feb 4, 2021, 7:57 PM IST
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