भोपाल। कुख्यात गांजा-शराब तस्कर अनूप जायसवाल उर्फ जस्सा को सतना में पकड़े जाने से पहले भोपाल की बागसेवनिया पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा था, लेकिन आरोपी के खिलाफ आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई कर छोड़ दिया था. पुलिस की इस लापरवाही को वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए बागसेवनिया थाने के 7 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है. जिसमें एक एसआई और एक महिला आरक्षक भी शामिल है.
शराब और गांजे की तस्करी करने वाला कुख्यात बदमाश अनूप जायसवाल को 3 दिन पहले ही सतना पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान उसके 8 साथियों के साथ गिरफ्तार किया था. जिसके बाद ये बात सामने निकलकर आई कि सतना आने से पहले आरोपी अपने 8 साथियों के साथ भोपाल में रुका था और यहीं से उसे दो करोड़ रुपए मिले हैं. इतनी बड़ी रकम भोपाल में उसे किसने दी, ये जांच का विषय है, जिसकी पुलिस विवेचना कर रही है. पुलिस ने गिरफ्तारी के समय आरोपियों के पास से 2 करोड़ 12 लाख रूपए की नगदी, 4 चार पहिया वाहन, साढे नौ लाख का 94 किलो गांजा और रिवाल्वर सहित कुल दो करोड़ 77 लाख रूपए का माल बरामद किया है.
शराब तस्कर अनूप का साम्राज्य मध्यप्रदेश तक ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और उड़ीसा तक फैला है, पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए काफी दिनों से प्रयास कर रही थी, लेकिन वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था. कुछ दिनों पहले ही पुलिस को आरोपी की लोकेशन भोपाल में मिली थी, उस समय भी सतना पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए भोपाल पहुंची थी. लेकिन तब तक आरोपी अपने साथियों के साथ भोपाल छोड़कर जा चुका था. बाद में आरोपियों को मैहर-परसमनिया मार्ग पर रामपुर पहाड़ी के पास घेराबंदी कर पकड़ा गया. इस दौरान पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी, पुलिस ने आरोपी पर 50 हजार का इनाम भी रखा था.
आरोपी के पकड़े जाने के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि सतना पहुंचने से एक दिन पहले ही बागसेवनिया पुलिस ने आरोपी अनूप को पकड़ा था, लेकिन आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर उसे छोड़ दिया था. मामला उजागर होने के बाद आला अधिकारियों ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए थाने के सात पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है. हालांकि, इस मामले में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है.