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MP में सियासी तकरार के बीच लेटर वॉर, जानिए किसने-किसको लिखा पत्र

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Published : Mar 18, 2020, 3:29 PM IST

मध्य प्रदेश में चल रही सियासी उठापठक के बीच सीएम कमलनाथ और राज्यपाल लालजी टंडन के बीच कई बार पत्राचार हुआ. विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल ने भी एक दूसरे को पत्र लिखे. इन पत्रों के माध्यम से जहां सरकार की ओर से अपना पक्ष रखा गया, वहीं राज्यपाल ने भी सरकार को कई मुद्दों पर घेरा.

Letter war
लेटर वॉर

ऐसे शुरू हुआ लेटर वॉर-

MP में जारी लेटर वॉर

मध्यप्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने सबसे पहले 14 मार्च को पत्र लिखकर कमलनाथ सरकार से 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने की बात कही. राज्यपाल ने पत्र लिखकर अपने अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट करवाने की बात कही. जिससे कयास लगाए जाने लगे कि कमलनाथ सरकार बजट सत्र के पहले दिन ही विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवा सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

Governor's first letter
राज्यपाल का पहला पत्र
Governor's first letter
राज्यपाल का पहला पत्र

राज्यपाल लाल जी टंडन के पत्र के जवाब में सीएम कमलनाथ ने 16 मार्च को एक जवाबी पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "आपका पत्र 14 तारीख को मध्य रात्रि में मिला था. मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैं 13 मार्च को जब आपसे मिला था तब मैने बताया था कि बीजेपी ने कांग्रेस के कुछ विधायकों को बंधक बनाया हुआ है और ऐसे में फ्लोर टेस्ट करवाना उचित नहीं होगा." उन्होंने लिखा कि एक बार बंधक विधायकों को आ जाने दीजिए फिर फ्लोर टेस्ट करा लिया जाएगा.

CM Kamal Nath's first counter letter
सीएम कमलनाथ का पहला जवाबी पत्र
CM Kamal Nath's first counter letter
सीएम कमलनाथ का पहला जवाबी पत्र

सीएम कमलनाथ के 16 मार्च को लिखे पत्र के जवाब में राज्यपाल लालजी टंडन इसी दिन सीएम के नाम एक और पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "मेरे 14 मार्च को लिखे पत्र का उत्तर मिला है, मुझे खेद है कि पत्र की भाव/भाषा संसदीय मर्यादाओं के अनुकूल नहीं है." वहीं उन्होंने पत्र में यह भी मांग की कि 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जाए, नहीं तो माना जाएगा कि आपके पास बहुमत नहीं है.

Governor's second letter
राज्यपाल का दूसरा पत्र

राज्यपाल के 16 मार्च के इस पत्र के जवाब में सीएम कमलनाथ ने एक और पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "आपका पत्र पढ़कर मैं दुखी हूं. मुझ पर संसदीय मर्यादा ना निभाने का आरोप लगाया गया है. मेरे व्यवहार से आपको दुख पहुंचा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं". पत्र में सीएम ने लिखा कि एक बार 16 बंधक विधायकों को आ जाने दीजिए, फ्लोर टेस्ट करा लिया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि मैंने फ्लोर टेस्ट से सम्बंधित सारी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को भी दे दी है.

Second reply letter of CM Kamal Nath
सीएम कमलनाथ का दूसरा जवाबी पत्र
Second reply letter of CM Kamal Nath
सीएम कमलनाथ का दूसरा जवाबी पत्र

लेटर 'वॉर' में विधानसभा अध्यक्ष भी कूदे

मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने भी राज्यपाल लालजी टंडन को एक पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने लिखा कि "इन विधायकों के इस्तीफे मुझे किसी दूसरे दल के व्यक्ति द्वारा प्राप्त हुए, ना कि उनके परिजनों या किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा. वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर जो उनके बयान आ रहे हैं, उसके अनुसार ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि वो दबाव में तो नहीं हैं. इसलिए उन 16 विधायकों की वापसी सुनिश्चित की जाए."

Assembly Speaker's letter to Governor
विधानसभा अध्यक्ष का राज्यपाल को पत्र

राज्यपाल ने विधानसभा स्पीकर के लिए एक जवाबी पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि पिछले आठ दिनों से आप जिस पीड़ा से गुजर रहे होंगे, उसका मुझे भी अंदाजा हो रहा है. यहां तक माननीय सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के संबंध में प्रश्न हैं. उसमें आपके द्वारा 22 में से छह माननीय सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के निष्पक्ष, साहस पूर्ण और शीघ्र किए गए निराकरण की भी मैं प्रसन्नता करता हूं.

Governor's letter to the Speaker of the Assembly
राज्यपाल का विधानसभा अध्यक्ष को पत्र
Governor's letter to the Speaker of the Assembly
राज्यपाल का विधानसभा अध्यक्ष को पत्र

ऐसे शुरू हुआ लेटर वॉर-

MP में जारी लेटर वॉर

मध्यप्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने सबसे पहले 14 मार्च को पत्र लिखकर कमलनाथ सरकार से 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने की बात कही. राज्यपाल ने पत्र लिखकर अपने अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट करवाने की बात कही. जिससे कयास लगाए जाने लगे कि कमलनाथ सरकार बजट सत्र के पहले दिन ही विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवा सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

Governor's first letter
राज्यपाल का पहला पत्र
Governor's first letter
राज्यपाल का पहला पत्र

राज्यपाल लाल जी टंडन के पत्र के जवाब में सीएम कमलनाथ ने 16 मार्च को एक जवाबी पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "आपका पत्र 14 तारीख को मध्य रात्रि में मिला था. मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैं 13 मार्च को जब आपसे मिला था तब मैने बताया था कि बीजेपी ने कांग्रेस के कुछ विधायकों को बंधक बनाया हुआ है और ऐसे में फ्लोर टेस्ट करवाना उचित नहीं होगा." उन्होंने लिखा कि एक बार बंधक विधायकों को आ जाने दीजिए फिर फ्लोर टेस्ट करा लिया जाएगा.

CM Kamal Nath's first counter letter
सीएम कमलनाथ का पहला जवाबी पत्र
CM Kamal Nath's first counter letter
सीएम कमलनाथ का पहला जवाबी पत्र

सीएम कमलनाथ के 16 मार्च को लिखे पत्र के जवाब में राज्यपाल लालजी टंडन इसी दिन सीएम के नाम एक और पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "मेरे 14 मार्च को लिखे पत्र का उत्तर मिला है, मुझे खेद है कि पत्र की भाव/भाषा संसदीय मर्यादाओं के अनुकूल नहीं है." वहीं उन्होंने पत्र में यह भी मांग की कि 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जाए, नहीं तो माना जाएगा कि आपके पास बहुमत नहीं है.

Governor's second letter
राज्यपाल का दूसरा पत्र

राज्यपाल के 16 मार्च के इस पत्र के जवाब में सीएम कमलनाथ ने एक और पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि "आपका पत्र पढ़कर मैं दुखी हूं. मुझ पर संसदीय मर्यादा ना निभाने का आरोप लगाया गया है. मेरे व्यवहार से आपको दुख पहुंचा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं". पत्र में सीएम ने लिखा कि एक बार 16 बंधक विधायकों को आ जाने दीजिए, फ्लोर टेस्ट करा लिया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि मैंने फ्लोर टेस्ट से सम्बंधित सारी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को भी दे दी है.

Second reply letter of CM Kamal Nath
सीएम कमलनाथ का दूसरा जवाबी पत्र
Second reply letter of CM Kamal Nath
सीएम कमलनाथ का दूसरा जवाबी पत्र

लेटर 'वॉर' में विधानसभा अध्यक्ष भी कूदे

मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने भी राज्यपाल लालजी टंडन को एक पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने लिखा कि "इन विधायकों के इस्तीफे मुझे किसी दूसरे दल के व्यक्ति द्वारा प्राप्त हुए, ना कि उनके परिजनों या किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा. वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर जो उनके बयान आ रहे हैं, उसके अनुसार ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि वो दबाव में तो नहीं हैं. इसलिए उन 16 विधायकों की वापसी सुनिश्चित की जाए."

Assembly Speaker's letter to Governor
विधानसभा अध्यक्ष का राज्यपाल को पत्र

राज्यपाल ने विधानसभा स्पीकर के लिए एक जवाबी पत्र लिखा. इसमें उन्होंने लिखा कि पिछले आठ दिनों से आप जिस पीड़ा से गुजर रहे होंगे, उसका मुझे भी अंदाजा हो रहा है. यहां तक माननीय सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के संबंध में प्रश्न हैं. उसमें आपके द्वारा 22 में से छह माननीय सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के निष्पक्ष, साहस पूर्ण और शीघ्र किए गए निराकरण की भी मैं प्रसन्नता करता हूं.

Governor's letter to the Speaker of the Assembly
राज्यपाल का विधानसभा अध्यक्ष को पत्र
Governor's letter to the Speaker of the Assembly
राज्यपाल का विधानसभा अध्यक्ष को पत्र
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