भोपाल। बर्खास्त विधायक प्रहलाद लोधी के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से मुलाकात की. गोपाल भार्गव ने कहा कि वे इस मुलाकात से असंतुष्ट हैं.गोपाल भार्गव का कहना है कि उनको उम्मीद थी कि विधानसभा अध्यक्ष हाईकोर्ट के निर्णय की मान्यता करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वहीं विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, भार्गव ने कहा आवेदन देने से कोई मामला विचाराधीन नहीं हो जाता. ये एक तानाशाही है.
दरअसल पिछले लंबे समय से नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन समय नहीं मिलने के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी. जब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की मुलाकात विधानसभा अध्यक्ष से हुई, जिससे भी नेता प्रतिपक्ष असंतुष्ट है. उनका का कहना है कि प्रहलाद लोधी के साथ अलोकतांत्रिक प्रक्रिया के चलते कार्रवाई हुई है. ये तानाशाही रवैया है.
बता दें तहसीलदार से मारपीट के मामले में बीजेपी विधायक पहलाद लोधी को 2 साल की सजा होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी सीट रिक्त कर दी थी. जिसके बाद से अब वह बर्खास्त चल रहे हैं, हालांकि हाईकोर्ट से स्टे मिल गया है, इसके बावजूद अभी उनकी व्यवस्था बहाल नहीं हुई है. जिसके चलते बीजेपी नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात भी बेनतीजा निकला. भार्गव का कहना है कि अब वे अपने विधायक दल की बैठक कर इस मामले में आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे.