भोपाल। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह के तेवर तल्ख हैं. राहुल गांधी पर सवाल उठाने के बाद अब उन्होंने कहा कि माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता. अब तक मध्यप्रदेश के किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है. माफी मांगने से किसान और कार्यकर्ताओं के बीच अच्छा संदेश जाएगा और आने वाले चुनाव में पार्टी को इसका फायदा भी मिलेगा, क्योंकि किसानों की वोट से ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है.
लक्ष्मण सिंह ने दो टूक कह दिया कि किसानों को भ्रम में डालकर पार्टी कहां जाएगी. किसानों के बिना चुनाव जीतना असंभव है. इसलिए भ्रम को दूर करते हुए किसानों को कर्जमाफी की एक निश्चित समय अवधि बता दें.
लक्ष्मण सिंह ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि इतने सालों से देख रहे हैं कि शीर्ष नेतृत्व कुछ चुनिंदा लोगों से मिलते हैं. इसलिए कार्यकर्ताओं की बात शीर्ष नेतृत्व तक नहीं पहुंच पाती. उन्होंने कहा कि आलाकमान से कई बार मिलने का समय मांगा, जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. जिस तरह बीजेपी अमित शाह अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हैं, मध्यप्रदेश में रुकते भी हैं. इसी तरह सोनिया गांधी को मध्यप्रदेश आकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात करनी चाहिए.
बीजेपी में जाने के सवाल पर क्या बोले लक्ष्मण सिंह
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि वे नाराज नहीं लेकिन दुखी जरूर हैं, क्योंकि जिस वादे पर उन्हें वोट मिला, आज वही वादा अधूरा है. किसान पूछते हैं कि कर्जमाफ नहीं हुआ तो जवाब नहीं होता. बीजेपी में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका सवाल ही नहीं उठता, वे कांग्रेस में ही रहेंगे.