भोपाल। राजधानी के बैरसिया में पुलिस के द्वारा सब्जी विक्रेताओं की पिटाई का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है. सोमवार को कुशवाहा समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कुशवाहा समाज के दो लोगों की बर्बरतापूर्वक पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. मांग पूरी नहीं होने पर बैरसिया में कुशवाह समाज द्वारा फल और सब्जी की आपुर्ति रोकने की बात कही है. साथ ही आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गई है.
दरअसल, बैरसिया में पिछले माह सब्ज़ी बेच रहे थान सिंह कुशवाहा की पुलिस ने पिटाई कर दी थी. जिसकी वजह से थान सिंह का पैर टूट गया. इस मामले में थान सिंह ने बैरसिया थाना के एसआई लालजी त्रिपाठी और अन्य की नामजद शिकायत की है. इसके अलावा अगस्त माह में ही फल बेच रहे बेनी प्रसाद कुशवाह की बैरसिया थाना के एसआई कृष्णा ठाकुर ने ठेला पलटाकर पिटाई कर दी थी, जिससे उसका हाथ टूट गया था. दोनों मामलों में शिकायत के बाद एक माह बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
कुशवाह समाज के प्रदेश संगठन मंत्री फत्तूलाल कुशवाहा ने कहा कि, कुशवाहा समाज ने लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण होने के बावजूद भी नगर में सब्जी और फल की आपूर्ति बाधित नहीं होने दी और अपनी जान जोखिम में डालकर नगर में सब्जी और फल की सप्लाई की. थान सिंह कुशवाह, जो मंडी में हम्माली का काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण मंडी बंद होने के बाद वो अपनी जमीन के बाहर छोटी सी सब्जी की दुकान लगाकर सब्जी बेचकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे. पुलिस वालों की बर्बरता से उनकी टांग टूट गई. बेनी प्रसाद कुशवाहा, जो बस में क्लीनर का काम करते थे. लॉकडाउन की वजह से बसे बंद होने के कारण वो बिजली घर के बाहर फल का ठेला लगाकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे, उनके साथ भी पुलिस ने जुल्म किया.
कंप्रोमाइज का बनाया जा रहा दबाव
उन्होंने कहा कि, हम लोग एक महीने से जगह-जगह शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. वहीं पिछले 15 दिन से दोनों फरियादियों पर कंप्रोमाइज करने का भी दबाव बनाया जा रहा है. अब अगर एक हफ्ते के अंदर दोनों दोषी एसआई पर कार्रवाई नहीं की गई, तो कुशवाहा समाज बैरसिया में सब्जी और फल की सप्लाई को रोक देगा और आंदोलन करेगा. बता दें कि, बैरसिया में कुशवाहा समाज की जनसंख्या सबसे ज़्यादा है और नगर के 18 वार्डों में से नगरीय निकाय चुनाव में 7 वार्डों में यह जीत और हार तय करते हैं.