भोपाल। शहर की कलियासोत मैदान पर 26 नवंबर तक चलने वाले ताल महोत्सव का शुभारंभ कवि कुमार विश्वास के हाथों हुआ. इस अवसर पर कविराज कुमार विश्वास ने देर रात तक अपनी कविता पाठ कर लोगों का जमकर मनोरंजन भी किया. इस दौरान मंत्री सुखदेव पांसे, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा और कई विधायक देर रात तक कुमार विश्वास को सुनने के लिए मंच के समक्ष बैठे रहे.
वहीं कार्यक्रम के बीच में ही कवि कुमार विश्वास ने लोगों को शपथ दिलाई कि अयोध्या पर जो भी फैसला आएगा, सभी हिंदू-मुसलमान जाति-धर्म से ऊपर उठकर संविधान को सर्वोपरि मानते हुए उसे हर्षित मन से स्वीकार करेंगे. किसी भी पार्टी का कोई भी नेता कुछ भी कहे, उनकी बातों में कभी नहीं आएंगे.
इस कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर पधारे कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी, सुखदेव पांसे और पीसी शर्मा जैसे दिग्गज नेताओं ने किसी भी तरह का संबोधन देने से मना कर दिया, क्योंकि जनता केवल कुमार विश्वास को सुनने के लिए आई थी, हालांकि इस मामले को लेकर भी कुमार विश्वास ने जमकर चुटकी ली.
कवि कुमार विश्वास ने अपनी कविता से भोपाल को जोड़ते हुए सुनाया कि "नदी-पर्वत से उतरे तो मैं उसकी चाल लिखता हूं, तेरे होठों की लरजिश पर हर एक सुर ताल लिखता हूं, मेरी आंखों की सीपी में है तेरी दीद के आंसू, तू जानेमन मैं तेरे नाम यह भोपाल लिखता हूं".