गुना/भोपाल। भोपाल में करणी सेना ने भले ही आंदोलन समाप्त कर दिया हो, लेकिन आंदोलन को लेकर अब राजनीति गर्मा गई है. करणी सेना के आंदोलन के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ असभ्य भाषाशैली का उपयोग किया गया.
जीवन सिंह ने 5 करोड़ लोगों का अपमान कियाः शिवराज के कैबिनेट के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह को नसीहत देते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की सलाह दी है. मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बयान देते हुए कहा कि इस तरह की भाषा शैली क्षत्रियों को शोभा नहीं देती. जीवन सिंह ने प्रदेश के 5 करोड़ लोगों का अपमान किया है. मैं खुद भी महाराणा प्रताप का वंशज हूं क्षत्रिय हूं, लेकिन इस तरह की भाषा का उपयोग क्षत्रिय धर्म नहीं कहलाता. (Jeevan Singh insulted 5 crore people)
क्षत्रिय महासभा गुना ने दुख जतायाः इस मामले में अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा गुना के पूर्व जिला संगठन मंत्री ब्रजकिशोर धाकड़ ने कहा कि सोशल मीडिया वायरल हुए उस वीडियो से भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते मुझे और सभी प्रदेश वासियों को भी बहुत दुख हुआ है. जिससे हमारी मानसिक व सामाजिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है. मेरे जैसे अनेक लोगों को इससे गहरा दुःख हुआ है. भांजे भांजियों, माताओं, बहनों और सर्व समाज के सभ्य जनों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. इससे सामाजिक भाईचारा और नैतिकता को खंडित किया गया है. (kshatriya mahasabha guna expressed grief)
एक दर्जन कार्यकर्ताओं पर केस दर्जः दूसरी ओर भोपाल में पिपलानी पुलिस ने करणी सेना के दर्जनभर से अधिक कार्यकर्ताओं पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का मामला दर्ज किया है.अब पुलिस उक्त वीडियो के आधार पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले कार्यकर्ताओं की पहचान कर रही है. पहचान कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. यह वीडियो महात्मा गांधी चौराहे से जम्बूरी मैदान के बीच बनाया गया है. वीडियो बुधवार देर शाम का बताया जा रहा है. भोपाल के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इसके विरोध स्वरूप पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा है कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये जो अभद्र भाषा एवं गाली गलौच किया गया है, उसका विरोध करता है. साथ ही आपसे आग्रह करता है कि ऐसी करणी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की है. (case filed against a dozen workers)